न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा नाबालिग रेप पीड़िता का परिवार 

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आज समाज डिजिटल,रोहतक:
नाबालिग लडक़ी से बलात्कार के मामले में पुलिस द्वारा दोषी व्यक्तियों पर कार्यवाही करवाने को लेकर आज पीडित पूनम (परिवर्तित नाम) अपने परिजनों के साथ लघु सचिवालय स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। जहां पुलिस अधीक्षक के छुट्टी पर होने की वजह से परिवार को निराश होकर वापिस लौटना पड़ा। पीडित की मां कविता ने महिला थाना पुलिस एसएचओ व डीएसपी पर आरोपियों से मिलीभगत करके मामले को दबाने व दोषियों को गिरफ्तार न करने के आरोप लगाये तथा कहा कि अगर दो दिनों में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष धरना देंगे व भूख हड़ताल पर बैठेंगे शास्त्री नगर निवासी पीडित की मां ने बताया कि पूनम नाबालिग है तथा वह पुराना बस स्टैंड स्थित राजकीय कन्या सीनियर सैकेंडरी स्कूल में ग्यारहवीं कक्षा की छात्रा है।

पूनम को स्कूल के बाहर घुमाने के लिए ले मानसरोवर पार्क ले गई

उसने इसी वर्ष स्कूल में दाखिला लिया है तथा वहां उसकी मुलाकात मेघना से हुई जोकि जल्द ही उसकी दोस्त बन गई। 12 सितम्बर को सुबह पूनम को स्कूल के बाहर घुमाने के लिए ले मानसरोवर पार्क ले गई। जहां मेघना का साथी दीपक वहां मौजूद था तथा वह उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। जिस पर उसने दीपक को थप्पड़ मारा पीडिता की मां ने बताया कि बाद में मेघना ने बहला-फुसलाकर पूनम को तिलियार झील ले गये। जहां फिर से दीपक ने उसके साथ गलत हरकत करनी चाही लेकिन पूनम द्वारा हाथापाई किये जाने के बाद वह वहां से चला गया। बाद में दीपक व मेघना उसे ढूंढते हुए उसके स्कूल पहुंचे। दिनांक 15 सितम्बर को जब वह स्कूल पहुंची तो वहां दीपक और मेघना ने उसे धमकी दी कि अगर तू चुपचाप हमारे साथ नहीं चली तो तेरे घरवालों को बता देंगे कि तू हमारे साथ तिलियार झील गई थी।

अश्लील फोटो व नग्न वीडियो बनाये

धमकी के बाद पूनम डर गई तथा उनके साथ मानसरोवर पार्क चली गई। जहां दीपक व मेघना उसे मानसरोवर पार्क के साथ स्थित एक निजी होटल में ले गये जहां दीपक व मेघना के दोस्त पवन व शिवम पहले से आये हुए थे। वहां इन्होंने पिज्जा व चोकलेट जबरदस्ती खिलाया। पूनम द्वारा पिज्जा खाने के बाद उसे नशा होना शुरू हो गया और दीपक ने उसी होटल में बने केबिन में ले गया और जबरदस्ती उसके साथ बलात्कार किया। पूनम को होश आने पर पता चला कि उसके साथ रेप किया गया है। उसे प्राइवेट पार्ट में असहनीय दर्द हो रहा था तथा ब्लीडिंग भी हो रही थी। दीपक ने उसे धमकी दी कि मैंने तुम्हारे अश्लील फोटो व नग्न वीडियो बना लिये हैं और अगर तूने किसी को बताया तो इन्हें सोशल मीडिया पर डाल दूंगा। बाद में वे पूनम को उसके घर छोड़ आये। इसी तरह यह घटनाक्रम 19 सितम्बर को फिर से दोहराया गया तथा पूनम का बलात्कार किया गया।

सभी इकठा होकर होटल गोल्डन स्काई ले गये

दिनांक 21 सितम्बर मेघना का जन्मदिन तथा उसे जबरदस्ती पार्टी में आने की धमकी दी तथा मानसरोवर पार्क में शिवम, पवन व नवीन को वहां बुलाया। सभी इकठा होकर होटल गोल्डन स्काई ले गये। यहां पर पीडिता पूनम की छोटी बहन भी उसके साथ थी। जहां तीन बार पूनम का रेप किया गया तथा उसे कोई गोली खाने के लिए मजबूर किया तथा दोनों के साथ इन सभी ने मारपीट की। जिससे पूनम की तबीयत खराब हो गई तो उसे सिविल हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया। बाद में डॉक्टर ने घरवालों से सम्पर्क कर उन्हें बुलाया बाद में परिजनों को मामले का पता चलने के बाद उन्होंने महिला थाना पुलिस में इस सम्बन्ध में शिकायत दी तथा कार्यवाही की मांग की। महिला थाना पुलिस ने इस सम्बन्ध में 5 आरोपियों दीपक, मेघना, नवीन, पवन व शिवम के खिलाफ एफआईआर नंबर 0116 दिनांक 25-9-2002 पोस्को एक्ट की धारा की धारा 12, 6 व भारतीय दंड संहिता की धारा 34, 354-ए, 376(2) व 377 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

जांच अधिकारियों पर मिलीभगत करने का आरोप

पीडि़ता की मां का आरोप है कि केस की जांच अधिकारी देवी रानी व डीएसपी सुशीला ने आरोपियों के साथ मिलीभगत कर ली तथा उलटे परिजनों को ही डराने-धमकाने लगे। इस मामले में पुलिस ने मात्र एक आरोपी की गिरफ्तारी की जबकि अन्य 4 खुले घूम रहे हैं कविता ने बताया कि इस सन्दर्भ में जब मामला न्यायालय में पहुंचा तो जज साहब ने पुलिस को बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार करने के आदेश दिये। लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी पुलिस इस सम्बन्ध में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। पीडि़ता के परिजनों ने राष्ट्रीय लोक इंसाफ मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट दयानंद रंगा व एडवोकेट शकुंतला को शिकायत सौंपते हुए इस मामले में कार्यवाही करवाने की मांग की इस अवसर पर एडवोकेट दयानंद रंगा ने कहा कि पीडि़ता को न्याय दिलवाने के लिए लड़ाई लड़ी जायेगी। उन्होंने कहा कि अगर दो दिन के अंदर-अंदर बाकी चारों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष धरना व भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगे