नई दिल्ली। भारत के दोनों पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन आए दिन खुराफात करतेरहते हैं भारत के खिलाफ साजिशे रचतेहैं। पाकिस्तान की ओर सेएलओसी पर आए दिन सीजफायर का उल्लंघन और दहशतगर्दोंको भारत मेंघुसपैठ करने मेंमदद आम बात है। अब चीन भी एलएसी पर अपनी नजरे गड़ाए बैठा है। भारत की दोनों ओर सीमाओं पर खतरा है। जिससे भारत को सर्तक रहना है। इस बारे में सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान और चीन मिलकर एक ताकतवर खतरा बन सकते हैं और इन दोनों की मिलीभगत की आशंका को दरकिनार नहीं किया जा सकता है। सेना प्रमुख ने कहा कि सैन्य और असैन्य दोनों ही क्षेत्रों मेंपाकिस्तान और चीन एक साथ आ रहेहैं। दोनों देशोंकेबीच सहयोग बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दोनो मोर्चो पर तैयारी जरूरी है। आगे उन्होंने कहा कि भारतीय सेना देश के सामने आने वाले हर खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, वह लगातार आतंकवाद का इस्तेमाल राजकीय नीति के औजार के रूप में करता आ रहा है। हम आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि एक व्यापक रोडमैप तैयार किया गया है जिसके जरिए भविष्य में चुनौतियों का सामना करने के लिए सेना को प्रौद्योगिकी सक्षम बनाया जाएगा। सेना प्रमुख ने बताया कि लद्दाख ही नहीं समूची उत्तरी सीमा पर भारतीय सेना सतर्क है। सरकार से सेना को पूर्वी लद्दाख में मोर्चे पर तैनात रहने के निर्देश मिले हैं।