Mid day Meal Workers ने किया भविष्य में संघर्ष जारी रखने का ऐलान 

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Mid day Meal Workers
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Aaj Samaj (आज समाज),Mid day Meal Workers,पानीपत: पानीपत मिड डे मील वर्कर्स यूनियन हरियाणा संबंधित सीटू एवं सहयोग सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा जिला कमेटी पानीपत की बैठक शिव वर्मा समाज भवन, जिला कार्यालय गीता कॉलोनी पानीपत में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला प्रधान निर्मला अहलावत ने की और संचालन जिला सचिव कविता ने किया। बैठक में हरियाणा के शिक्षा मंत्री मोदी के नाम मिड डे मील वर्कर्स की मांगों व समस्याओं के समाधान के संदर्भ में भेजे जाने वाले ज्ञापन पत्र पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए, भविष्य में संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया। बैठक में देश के राज्य मणिपुर में महिलाओं के साथ जातीय हिंसा के चलते महिलाओं को नग्न कर और महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार की मानवता को कलंकित करने वाली घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव कर देश के राष्ट्रपति से मांग की कि तुरंत भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त किया जाए और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।

 

 

  • मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त किया जाए और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए : सीटू

इस प्रकार से हैं मुख्य मांगे

1. स्कूलों को मर्ज करना और उन्हें बंद करना यह कदम तुरंत वापस लिया जाए। इसके चलते जिन वर्कर्स को हटाया जा रहा है उन्हें काम पर वापस लिया जाए और उन्हें दूसरे स्कूलों में मर्ज किया जाए। इसके लिए जरूरी हो तो ब्लॉक या कलस्टर को भी आधार बनाया जा सकता है।
2. मानदेय 12 महीने मिले क्योंकि अभी केवल 10 महीने का ही मानदेय मिलता है। सन 2018 में पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने विभागीय अधिकारियों की बैठक करके कहा था कि मानदेय 11 महीने देने वाले गंभीरता से चर्चा करेंगे। वर्तमान शिक्षा मंत्री कंवर पाल सिंह से भी अनुरोध है कि वह इस मांग पर गंभीरता से विचार करते हुए 12 महीने का वेतन लागू कर मिड डे मील वर्कर्स के खाते में डाला जाए।
3. मिड डे मील वर्कर्स की सेवानिवृत्ति का समय 65 वर्ष की जाए। सेवानिवृत्ति के समय 2 लाख रुपये की एकमुश्त राशि दी जाए।
4. मिड डे मील वर्कर्स की बेगार बंद हो और बच्चों के खाना खाने के बाद किसी भी मिड डे मील को स्कूल में रखने का दबाव ने बनाया जाए इसके लिए विभाग की तरफ से स्कूलों को सख्त हिदायत दी जाए।
5. स्कूलों में स्वयं सहायता समूह बंद हो। इसके लिए किसी प्रकार का दबाव नहीं बनाया जाना चाहिए। इंसान सहायता समूह से बच्चों का कोई लेना देना नहीं है और बहुत छोटे हिस्से में यह है।
6. वर्दी का दिए जाना है वाला भत्ता 600 रुपये से बढ़ाकर वर्ष में 2 हजार कम से कम दिए जाएं।
7. मिड डे मील वर्करों को साल में विभाग की तरफ से फ्री मेडिकल सुविधा दी जाए मेडिकल के लिए सीएचसी पीएचसी पर कोई दिन तय किया जा सकता है।
8. काम के दौरान घायल होने पर इलाज व 50 हजार तथा मृत्यु होने पर आश्रितों को 5 लाख का मुआवजा मिले।
9. सभी मिड डे मील कुक को ईएसआई वह पीएफ सुविधा प्रदान की जाए।
10. सभी मिड डे मील वर्करों को पक्का कर्मचारी बनाया जाए और न्यूनतम वेतन मासिक 24 हजार दिया जाए।