Mhari Laado Mhari Shaan : बेटियों को बचाने की दिशा में जिला महेंद्रगढ़ में दिखने लगे सकारात्मक परिणाम

0
137
कुआं पूजन व आकोली व मुलोदी में एक-एक गोद भराई की परंपरा में शामिल होते अधिकारी।
कुआं पूजन व आकोली व मुलोदी में एक-एक गोद भराई की परंपरा में शामिल होते अधिकारी।
  • 868 से बढ़कर 882 हुआ लिंगानुपात
  • म्हारी लाडो म्हारी शान कार्यक्रम के जरिए बदली जा रही लोगों की सोच

Aaj Samaj (आज समाज), Mhari Laado Mhari Shaan , नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
बेटियों को बचाने की दिशा में जिला महेंद्रगढ़ में उपायुक्त मोनिका गुप्ता (आईएएस) द्वारा किए गए प्रयास अब रंग लाने लगे हैं। जिला महेंद्रगढ़ में जनवरी से अक्टूबर तक लिंगानुपात जहां 868 था वहीं जनवरी से नवंबर तक यह बढ़कर 882 हो गया।

मोनिका गुप्ता ने जिला महेंद्रगढ़ के उपायुक्त के तौर पर तैनात होते ही सबसे पहले बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को आगे बढ़ाने का कार्य किया। उन्होंने विकास कार्यों के साथ साथ सामाजिक सरोकारों से जुड़े इस मुद्दे को हमेशा प्राथमिकता दी।

सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को और अधिक गति देने के लिए उन्होंने म्हारी लाडो म्हारी शान नाम से एक अभियान चलाया। इतना ही नहीं इस अभियान में जन-जन की भागीदारी के लिए उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों आशा वर्कर आंगनवाड़ी वर्कर वह सामाजिक संगठनों का सहयोग लिया। इसके अलावा लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न मौकों पर संस्कृतिक कार्यक्रम व नाटक के जरिए इस अभियान को गति दी।

उन्होंने म्हारी लाढो म्हारी शान नाम से एक अभियान के तहत कुआं पूजन व गोद भराई जैसी रसम शुरू की।

सरकार द्वारा चलाए गए विकसित भारत जन संवाद संकल्प यात्राओं के दौरान भी लगातार कुआं पूजन जैसी परंपराओं को निभाया जा रहा है।

म्हारी लाडो म्हारी शान अभियान के तहत चार कुआं पूजन व दो गोद भराई की परंपरा निभाई

उपायुक्त मोनिका गुप्ता आईएएस के दिशा निर्देश पर शुरू किए गए म्हारी लाडो म्हारी शान अभियान के तहत आज विभिन्न भारत विकसित जन संवाद संकल्प यात्राओं के दौरान चार कुआं पूजन व दो गोद भराई की परंपरा निभाई गई। गांव खुडाना में चार का कुआं पूजन व आकोली व मुलोदी में एक-एक गोद भराई की परंपरा निभाई गई।

यह भी पढ़ें  : PRTC Pensioners ने 70 साल पार कर चुके 28 वरिष्ठतम साथियों को किया सम्मानित।

यह भी पढ़ें  : Child Welfare Council : घर में जैसा परिवेश होता है उसी प्रकार के विचार एवं संस्कार बाल जीवन में प्रवर्तित होते हैं : विपिन शर्मा

Connect With Us: Twitter Facebook