(Nuh News) नूंह। जिला में नकली दवाओं का कारोबार सिर चढक़र बोल रहा हैं। खासकर कैंसर, हार्ट, सूगर, बीपी व अन्य गंभीर बीमारियों के कारोबार ने जिला में पैर पसार रखे हैं। हैरत की बात देखने को यह मिल रही है कि अधिकांश दवा विक्रेताओं के पास केन्द्रीय, राज्य स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा निर्धारित मानक पत्र तक नही हैं। जबकि, कई दवा विक्रेता कथिततौर से दूसरे के मानक पत्रों के जरिये बेखौफ कारोबार कर रहे हैं।
जबकि, लोगों द्वारा स्वास्थ्य विभाग द्वारा आरोपों की झड़ी लगाने की बात महज औपचारिकता के तौर पर कार्यवाही अमल में लाई जाती हैं और साथ ही उन पर दवा विक्रेताओं से कथित मेलजोल के आरोप लगने की बात भी आम हो गई है। इसी तरह से त्योहारी, विवाह व मांगलिक कार्यों आदि के सीजन में कथिततौर से मिलावटी खादय सामग्री खासकर मिठाईयों आदि के सेम्पल लेने के लिए खादय एवं आपूति सुरक्षा व अन्य विभाग भी ऐसे मौके पर कुम्भकर्णी नींद से जाग बैठते हैं, जबकि जिला नूंह(मेवात) में मिलावटी खादय सामग्री दूध,दही, खोया, पनीर व दूध से निर्मित मिठाईयों आदि का कथिततौर से सक्रिय गिरोह की बात जग जाहिर हैं।
जिला के जागरूक समाज व विभिन्न गैर सरकारी स्वंयसेवी संस्थाओं से जुड़े प्रमुख लोगों द्वारा मिलावटी खादय सामग्री व मिठाईयों के कारोबार से संबंधित विभागीय अधिकारियों पर निरंतर भी आरोप लगाते आ रहे हैं और इसके बाद वह महज औपचारिकता के तौर पर कार्यवाही अमल में ला रहे हैं।
जिलावासियों का कहना है कि संबंधित विभाग द्वारा नकली दवाईयों व नकली खादय सामग्री व मिठाईयों के कारोबारियों के जिला गठन के बाद आंकडों पर यदि नजर दौडाई जाये तो किसी पर भी शिकंजा नहीं कसने से वह और फल फूल रहे हैं। जिलावासियों ने केन्द्र व राज्य सरकार से किसी निष्पक्ष एजेंसी को इस पर कार्रवाई करने के लिए फरियाद की हैं। इस बारे में संबंधित विभाग के अधिकारी से बार-बार सम्पर्क करने से कोई बात नहीं हो पाने से उनका तर्क संगत नहीं हो सका हैं।
यह भी पढ़ें : Nuh News : मलकीत सिंह की मौत के बाद फिर से आई भाईचारे में दरार