मनोज वर्मा, कैथल:
कुख्यात अंतरराज्जीय गाडी चोरगिरोह के सदस्यों से पुलिस रिमांड दौरान सीआईए-1 पुलिस द्वारा 16 गाडी तथा गाडी चुराने की वारदातों में प्रयुक्त उपकरण बरामद किए गये है। बता दें की सीआईए-1 पुलिस द्वारा 21 जुलाई को कुखयात अंतरराज्जीय गाडी चोरगिरोह के 7 सदस्यों को गिरफतार करके उनके कब्जे से 1 करोड रुपए से ज्यादा मुल्य की 18 चोरीशुदा गाडियां पहले ही बरामद की जा चुकी है। 6 आरोपियों का अन्य चोरीशुदा गाडियों की बरामदगी सहित व्यापक पुछताछ के लिए 29 जुलाई तक 7 दिन के लिए पुलिस रिमांड हासिल किया गया था। सभी 6 आरोपी वीरवार को अदालत में पेश कर दिए गये, जहां से उन्हे न्यायालय के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया कि हरिश कुमार निवासी कलायत की 14 जुलाई की रात उसके मकान के नजदीक से उसकी स्वीफट गाडी चुरा ले जाने के मामले में 21 जुलाई को सीआईए-1 प्रभारी इंस्पेक्टर अमित कुमार की अगुवाई में हैडकांस्टेबल मनीष कुमार की टीम द्वारा आरोपी शुभम निवासी शिव कालोनी करनाल तथा आरोपी गुरमीत निवासी बीर बडाला जिला करनाल को गिरफतार करके उनके कब्जे से चोरीशुदा स्वीफट गाडी सहित एक अन्य चोरीशुदा क्रेटा गाडी बरामद की गई थी। आरोपियों से पुछताछ उपरांत थाना शहर में मामला दर्ज करके सीआईए-1 पुलिस के एसआई कश्मीर सिंह द्वारा उनके नेटवर्क से जुडे आरोपी परणीत निवासी मील रोड चौंक बाजार डोईवाला जिला देहरादुन उत्तराखंड, नरेश कुमार उर्फ काला निवासी संडील जिला जीन्द, कुलदीप उर्फ जेपी निवासी देवबन, विशाल निवासी आजाद नगर हिसार तथा संदीप निवासी लक्ष्मी विहार कालोनी हिसार को भी गिरफतार कर लिया गया था। सभी आरोपियों के कब्जे से कुल 18 चोरीशुदा गाडियां बरामद हुई थी। सभी आरोपी 22 जुलाई को अदालत में पेश कर दिए गये थे, जहां से आरोपी शुभम को न्यायालय के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था, जबकि शेष सभी 6 आरोपियों का 29 जुलाई तक अन्य चोरीशुदा गाडियों की बरामदगी सहित व्यापक पुछताछ के लिए 7 दिन के लिए पुलिस रिमांड हासिल किया गया था। बता दें कि आरोपी गुरमित तथा शुभम गाडियां चुराकर आरोपी परणीत को बेच देते थे। आरोपी परणीत आगे सभी गाडियां स्क्रैप का धंधा करने वाले आरोपी नरेश, कुलदीप, विशाल तथा संदीप को बेच देता था। फिर ये सभी आरोपी स्क्रैप वाली गाडियों के चैसिस नम्बर के पार्ट की कटिंग करके चोरी शुदा गाडियों के चैसिस नम्बर के पार्ट की जगह वैल्डिंग करके उस पर पेन्ट करके उसको अच्छे से सैट कर देते। लेकिन उन गाडियों का ईन्जन नम्बर नहीं बदलते थे। कई गाडियों के ईन्जन नंबरो पर ग्राईन्डर मार देते थे। फिर उस गाडी पर स्क्रैप वाली गाड़ी की नम्बर प्लेट लगा देते हैं तथा स्क्रैप में खरीदी गई गाडी के कागजों का प्रयोग तैयार शुदा गाडियों पर किया जाता था। उन गाडियों पर नम्बर प्लेट व चैसिस नम्बर तो स्क्रैप वाली गाडियों का होता था लेकिन ईन्जन नम्बर चोरी वाली गाडियों का होता था या ग्राईन्डर किया होता हथा। जो इस प्रकार से तैयार की गई गाडियों को बाहर मार्किट में बेच देते थे। एसपी ने बताया आरोपी गुरमित की निशानदेही पर गाडी चुराने की वारदातों में प्रयुक्त उपकरण बरामद कर लिये गये। इसके अतिरिक्त अन्य आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से 16 अन्य गाडिया बरामद की हुई। सभी गाडियों के इंजन नंबर, चैसिज नंबर, सहित अन्य पार्टो से छेडछाड की हुई है। इनमें से कुछ गाडियां खस्ता हालात में है जबिक कुछ गाडी दुरस्त हालात में है। सभी आरोपी वीरवार को अदालत में पेश कर दिए गये, जहां से उन्हे न्यायालय के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
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