तीन कृषि कानूनों को लेकर केन्द्र की मोदी सरकार भले ही विपक्षी पार्टियों के निशाने पर हो, लेकिन मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी किसानों की समस्याओं को लेकर परेशान दिखे… अपने गृहजनपद बागपत पहुंचे राज्यपाल सत्यपाल मलिक की जुबां पर किसानों का दर्द छलक आया। सीधे कहा कि बिना जाने ही किसानों का सत्यनाश हो रहा है, इस देश में किसान बुरे हाल में है, देश का किसान और जवाब जब तक डिससेटिसफाइड होगा तब तक देश सर्वाइव नहीं करेगा, एमएसपी को कानून मान्यता देने की वकालत भी की, उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं ये मसला हल हो जाए और जहां तक जरूरत पड़ेगी वहां तक जाउंगा। दरअसल, राज्यपाल सत्यपाल मलिक बागपत के अमीनगर सराय कस्बे में एक अभिनंदन समारोह में पहुंचे थे। वो यहीं नहीं रूके और कहा कि किसानों के मसले पर उन्होंने पीएम और गृहमंत्री से बात की थी कि इन्हें दिल्ली से खाली हाथ मत जाने देना और लाठीचार्ज मत कराना…टिकैत की गिरफ्तारी का शोर मचने पर रात में फोन करके रूकवाई थी गिरफ्तारी। उन्होंने कहा कि 300 साल तक याद रखतें हैं सरदार, मिसेज गांधी ने ब्लू स्टार करने के बाद अपने फार्म हाउस पर कराया था महामृत्युंजय पाठ, अरूण नेहरू ने बताया था कि इंदिरा जानती थी कि अकाल तख्त तोड़ा है ये मुझे नहीं छोड़ेंगे। जनरल वैघ को पूना जाकर मारा था।