नई दिल्ली। वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कांग्रेस की अध्यक्षता में विपक्षी दलों ने बैठक की। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में विपक्ष की 22 पार्टियों नेबैठक की। बैठक में सोनिया गांधी ने सरकार पर जमकर हमले किए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध में सरकार पूरी तरह विफल रही है। लॉकडाउन से बाहर आने के लिए सरकार के पास कोई रणनीति नहींहै। संकट के इस समय भी सारी शक्तियां प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) तक सीमित हैं। 22 प्रमुख विपक्षी दलों की वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि इस सरकार में संघवाद की भावना को भूला दिया गया है और विपक्ष की मांगों को अनसुना कर दिया गया। इसके साथ ही सोनिया गांधी ने पीएम पर आरोप लगाया कि पीएम की 21 दिनों मेंकोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतने की आशा सही साबित नहींहुई। सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार लॉकडाउन के मापदंडों को लेकर निश्चित नहीं थी । सोनिया गांधी ने सरकार द्वारा जारी किए गए आर्थिक पैकेज को क्रूर मजाकर बताया । सोनिया के मुताबिक, हममें से कई समान विचारधारा वाली पार्टियां मांग कर चुकी हैं कि गरीबों के खातों में पैसे डाले जाएं, सभी परिवारों को मुफ्त राशन दिया जाए और घर जाने वाले प्रवासी श्रमिकों को बस एवं ट्रेन की सुविधा दी जाए। हमने यह मांग भी की थी कि कर्मचारियों एवं नियोजकों की सुरक्षा के लिए ‘वेतन सहायत कोष बनाया जाए। हमारी गुहार को अनसुना कर दिया गया।