Medical College Karnal: हरियाणवी व पंजाबी गानों की धुनों पर थिरके भावी डॉक्टर

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 जेनेसिस के 300 बच्चों ने किया नीट को क्वालीफाई
 जेनेसिस के 300 बच्चों ने किया नीट को क्वालीफाई
  •  जेनेसिस के ट्विंकल ने 710 अंक प्राप्त कर किया प्रदेश का नाम रोशन
  •  जेनेसिस के 300 बच्चों ने किया नीट को क्वालीफाई

Aaj Samaj (आज समाज), Medical College Karnal,प्रवीण वालिया, करनाल : मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा नीट का परिणाम घोषित होने के साथ ही करनाल में खुशी की लहर दोड़ गई। करनाल ही नहीं देश और प्रदेश में प्रतिष्ठत और भरोसेमंद कोचिंग शिक्षण संस्थान जेनिसिस क्लासिस के 300 बच्चों ने नीट क्वालिफाई किया।

82 बच्चों ने प्राप्त किए 650 से ज्यादा अंक

वही पर 82 बच्चों ने 650 से अधिक अंक प्राप्त किए। यही के ट्विंकल ने 710 अंक प्राप्त कर केटेगरी में 185 रैंक लेकर करनाल का नाम रोशन किया। वहीं पर मयंक गुप्ता और दीप्यांशी ने 720 में से 705 अंक प्राप्त किए। इसके अलावा आर्यन राज ने 700, मनीष कुमार ने 700 धनंजय ने 700 अंक प्राप्त किए। तरुण चौधरी, आर्यन मित्तल अभिषेक चौधरी ने 695 अंक प्राप्त किए। 650 से अधिक अंक पाने वालों की संख्या भी काफी अधिक रही। इस खुशी को सैक्टर -6 मार्किट में जेनिसिस परिसर में नाच-गाकर मनाया गया।

इस खुशी को जेनिसिस क्लासिस के डायरेक्टर जितेंद्र सिंह अहलावत तथा नवनीत कल्हण ने विद्यार्थियों की मेहनत और जेनिसिस स्टॉफ की लग्न और सतत मार्गदर्शन को समर्पित किया। वहीं अभिभावकों ने कहा कि जेनिसिस का जवाब नहीं। वहीं बच्चों ने कहा कि इस सफलता के असली हकदार जेनिसिस क्लासिस के टीचर्स और स्टॉफ है। जिन्होंने कभी मायूस नहीं होने दिया। सफल विद्यार्थियों की कतार में ऐसे विद्यार्थी भी थे। जिन्होंने ने एक बार नहीं तीन-तीन बार विफलता के बाद भी निराशा नहीं फटकने दी, सफलता अर्जित की। उन्होंने कहा कि बच्चे निराश नहीं हों।

पिछले 15 साल पहले जेनिसिस ही नहीं करनाल और हरियाणा में गिनती के बच्चें मेडिकल कॉलेज और इंजीनियिर कॉलेजों में प्रवेश ले पाते थे। 14 साल पहले जो सपना जेनिसिस क्लासिस के संस्थापक जितेंद्र अहलावत और नवनीत कल्हण ने करनाल ही नहीं उत्तर भारत के लोगों को दिखाया था। आज जेनिसिस क्लासिस के बच्चों को एम्स, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, प्रतिष्ठित और सरकारी इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश का प्रतिशत 70 प्रतिशत से अधिक पहुंच गया। जो देश ही नहीं उत्तर भारत में एक रिकॉर्ड है। जानकारी देते हुए जेनिसिस क्लासिस के संस्थापक जितेंद्र अहलावत तथा नवनीत कल्हण ने बताया कि उन्होंने हौसले और मेहनत के साथ बच्चों के लेकर 15 साल पहले सफर शुरू किया था।

जो बच्चों की मेहनत, शिक्षकों का मार्गदर्शन और करनाल ही नहीं उत्तर भारत के लोगों का भरोसा कारण बना। एक सफल और क्वालिटी वाईज विद्यार्थियों के कारवां। जेनिसिस क्लासिस के बच्चें आज दुनिया में देश ही नहीं विदेश में भी कार्यरत है। आज यहां के बच्चें मल्टीनेशनल कम्पनियों में करोड़ों का पैकेज ले रहे है। वहीं यहां के विद्यार्थी जो मेडिकल कॉलेजों में सलेक्ट हुए वह भी आज देश-विदेश में सफलता का इतिहास रच रहें हैं।

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