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गीले व सूखे कचरे का अलग-अलग तरीकों से किया जा रहा निस्तारण
प्रवीण वालिया, करनाल :
स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में टॉप 5 की रैंकिंग हासिल करने का लक्ष्य लेकर नगर निगम की जोरदार तैयारियां चल रही हैं। तैयारियों के बीच कचरे के उचित निपटान व प्रबंधन के लिए क्या-क्या उपाय किए जा रहे हैं, इस बारे नगर निगम आयुक्त नरेश नरवाल ने सोमवार को अहम जानकारी दी।
वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र से रोजाना 180 से 190 टन ठोस कचरा निकलता है Karnal Latest News
उन्होंने बताया कि वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र से रोजाना 180 से 190 टन ठोस कचरा निकलता है, जिसमें लगभग 86 टन गीला और 94 टन सूखा कचरा होता है। गलनशील या गीले कचरे का निपटान सेक्टर-6 व 8 में स्थित 5 टन प्रतिदिन की क्षमता वाली कम्यूनिटी कम्पोस्टिंग पिट्स में किया जा रहा है।
इसी प्रकार राम नगर स्थित बायो मैथानेशन प्लांट में 15 टन प्रतिदिन कचरे का निस्तारण हो रहा है, जबकि राम नगर (स्लाटर हाऊस) में ही 5 टन प्रतिदिन क्षमता वाले वर्मी कम्पोस्टिंग प्लांट में खाद तैयार की जा रही है। निगम के पास इस समय करीब 30 टन बहुत ही उमदा खाद तैयार है। इसके अतिरिक्त शेखपुरा स्थित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयत्र में 70 टन प्रतिदिन की क्षमता वाले विंड्रो कम्पोस्टिंग प्लांट में कचरे का सफलतापूर्वक निस्तारण किया जा रहा है।
गीला कचरा प्रतिदिन होम कम्पोस्टिंग पिट्स के माध्यम से निस्तारित किया जाता है
निगमायुक्त ने बताया कि गलनशील कचरे से निर्मित कम्पोस्ट खाद का प्रयोग निगम द्वारा बागवानी या पेड़-पौधो में किया जाता है। गीले कचरे को नागरिकों द्वारा व्यक्तिगत घरेलू स्तर भी निस्तारित करवाने पर जोर दिया जा रहा है। इसे लेकर नगर निगम करनाल ने सैंकड़ो घरों में होम कम्पोस्ट पिट तैयार करवाई हैं। इस विधि में लगभग 1 टन गीला कचरा प्रतिदिन होम कम्पोस्टिंग पिट्स के माध्यम से निस्तारित किया जाता है।
वार्ड नम्बर 9 को ठोस कचरा प्रबंधन के संदर्भ में आत्म निर्भर वार्ड बना दिया
उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले शहर के वार्ड नम्बर 9 को ठोस कचरा प्रबंधन के संदर्भ में आत्म निर्भर वार्ड बना दिया गया है। इस वार्ड से उत्सर्जित 3 टन प्रतिदिन गीले कचरे को सेक्टर-8 स्थित कम्यूनिटि कम्पोस्टिंग पिट्स के माध्यम से कम्पोस्ट खाद में परिवर्तित किया जा रहा है। शेखपुरा प्लांट से निकलने वाले रिफ्यूज डिराईव्ड या लकड़ी व कपड़ा जैसी बेकार चीजों को इंधन में परिवर्तित किया जा रहा है।
इस प्लांट में प्रतिनिधि पहुंचने वाले सूखे कचरे को नगर निगम की ओर से कांच, प्लास्टिक, धातू, रिफ्यूज डिराईव्ड फ्यूल व रैपर्स आदि भागों में अलग-अलग करके रिसाईकल और रियूज के लिए भेजा जाता है। रिफ्यूज डिराइव्ड फ्यूल को एक निजी एजेंसी द्वारा सीमेंट प्लांट पर फ्यूल के लिए भेजा जाता है।
नगर निगम आयुक्त ने शहर के नागरिकों से अपील कर कहा है कि निगम के सभी वार्डों में कूड़ा एकत्रिकरण के लिए रेहड़ी व टिप्पर लगाए गए हैं। प्रतिदिन घरों से जो कचरा निकलता है, उसका तरीके से निस्तारण तब रह सकता है, जब गीले-सूखे कचरे को अलग-अलग दिया जाए।
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