नई दिल्ली। पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इन प्रदर्शनों में हिंसात्मक प्रदर्शन करने पर अब तक 164 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि नामजद 880 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके अलावा भी सीसीटीवी फुटेज और ड्रोन कैमरों की मदद से ली गई तस्वीरों को सोशल मीडिया पर जारी कर शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है। आईजी कानून व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया कि रविवार को प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि अब तक 5312 लोगों को हिरासत में लेकर निरोधात्मक कार्यवाही की गई है। आज बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा की निंदा की और सरकार से मांग की कि वह निर्दोषा लोगों को तुरंत रिहा करें।
मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि यूपी में हिंसक प्रदर्शन के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, ऐसे में जो लोग निर्दोष हैं उन्हें जांच पड़ताल करके छोड़ देना चाहिए। ट्वीट में लिखा कि जैसा कि विदित है कि बीएसपी हिंसक प्रदर्शन आदि के हमेशा खिलाफ रही है। लेकिन पिछले कई दिनों से देश के अधिकांश भागों में और खासकर उत्तर प्रदेश में जो सीएए और एनआरसी के विरोध में हिंसक घटनाएं हुई हैं, यह अति-दु:खद व दुर्भाग्यपूर्ण हैं।