नईदिल्ली। जम्मू-कश्मीर के नगररोटा टोल प्लाजा पर गुरुवार को चार संदिग्ध आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया था। सुबह पांच बजेनगररोटा मेंआतंकियों को सुरक्षाबलोंने मारा। उनके पास से भारी संख्या में गोला बारूद बरामद किए गए। खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के अनुसार मारे गए आतंकियोंका उद्देश्य एक बड़ा हमला करना हो सकता था, जिसकी योजना सीमा पार से बनाई गई थी। मारे गए आतंकियोंके पास से मिले सामानों के को देखकर यह जानकारी मिलती है कि उनका संचालन सीमा पार से हो रहा था। जीपीएस डिवाइस और मोबाइल फोन की आधार पर पता लगता है कि वह पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) के आॅपरेशनल कमांडरों मुफ्ती रऊफ असगर और कारी जार के संपर्क में थे। इनका उद्देश्य घाटी में कहर बरपाने का था। मुफ्ती असगर जेएम प्रमुख और संयुक्त राष्ट्र नामित वैश्विक आतंकवादी मसूद अजहर का छोटा भाई है। इन संदिग्ध आतंकवादियों को सुरक्षाबलों द्वारा खत्म किए जाने के बाद पीएम ने हाईलेवल मीटिंग की।
इस बैठक में पीएम मोदी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। इस बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट किया और पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया था। मिली सूचना के अनुसार चारों आतंकी मुंबई हमले की बरसी पर फिर से एक बड़े हमले की फिराक में थे। समीक्षा बैठक में नगरोटा एनकाउंटर पर विस्तार से चर्चा की गई। इस बैठक के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया था कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 4 आतंकवादियों को मार गिराया जाना और उनके पास बड़ी मात्रा में हथियारों और विस्फोटकों की मौजूदगी संकेत देती है कि वे तबाही और विनाश को भड़काने वाले थे, लेकिन उनके प्रयासों को एक बार फिर से विफल कर दिया गया