शहीद उधम सिंह ने देशवासियों में देशप्रेम,भाईचारे और आजादी की प्रेरणा जगाई:निर्मल

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Martyrdom of great revolutionary martyr Udham Singh
Martyrdom of great revolutionary martyr Udham Singh

इशिका ठाकुर,इन्द्री :
देश आज महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह की शहादत को नमन् कर रहा है। जहां आज देश में जातिय तनाव का माहौल बन रहा है, वहीं शेर सिंह के नाम से पैदा हुए उधम सिंह ने अपना नाम राम मोहम्मद सिंह आजाद रखकर देश में आपसी भाईचारे की एकता का मिसाल पेश की। शहीद उधम सिंह ने इग्लैंड में जाकर जलियांवाला बाग के निर्दोष भारतीयों के बहे खून का बदला लेकर शहीदों में सिरोमणी की शहादत प्राप्त की। ऐसे महान शहीद को नमन् करते हुए आज हमें बेहद गौरव की अनुभूति हो रही हैं।

यह शब्द शहीद उधम सिंह समिति के अध्यक्ष नम्बरदार मेहर सिंह निर्मल नम्बरदार ने आज इन्द्री में शहीद-ए-आजम उधम सिहं के जन्मदिवस समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहें। यह समारोह आज इन्द्री में शहीद उधम सिहं समिति के आहवान पर किया गया। इस समारोह में सभी वर्ग, धर्म व सियासी दलों के नेताओं ने शहीद के चरणों में पुष्प अर्पित कर एकता की अनूठी मिसाल पेश की। शहीद उधम सिहं समिति ने आज फिर सभी सियासी दलों, सभी बिरादरी, संगठनों व धर्मो के लोगों को एक मंच पर लाकर इतिहास रचा। इस समारोह की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष मेहर सिंह निर्मल नम्बरदार ने की। समारोह में बड़ी संख्या में लोग शहीद को नमन् करने पहुंचे। इस अवसर पर लोक सम्पर्क विभाग के प्रबुद्ध कलाकारों ने शहीद उधम सिंह की जीवनी पर गीत की प्रस्तुति से उपस्थितजनों के मन में जोश भर गया। समारोह हवन-यज्ञ और पूजन के साथ शुरू हुआ और शहीद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के बाद प्रसाद वितरण पर कार्यक्रम का समापन हुआ। हवन-यज्ञ पण्डित राजेश शर्मा ने विधिविधान से कराया।

शहीद उधम सिहं जी का जीवन सघंर्ष से भरा हुआ है

समारोह में बोलते हुए शहीद उधम सिहं समिति के अध्यक्ष नम्बरदार मेहर सिंह निर्मल ने कहा कि शहीद उधम सिहं जी का जीवन सघंर्ष से भरा हुआ है जिस ने देश के लिए अपने प्रणों की आहूति देकर लोगों में देशप्रेम की प्ररेणा का संचार किया। शहीद उधम सिहं का जन्म 26 दिसम्बर 1899 को पंजाब के सुनाम कस्बे में साधारण किसान सरदार टहल सिहं के घर में हुआ। उधम सिहं के बचपन में मां-बाप का निधन हो गया। जब उधम सिहं ने दसवीं की परीक्षा पास कर जवानी की तरफ कदम रखा तो अंग्रेज हकूमत के गवर्नर माईकल ओयडवायर और जरनल डायर ने बैसाखी के पवित्र त्यौहार मनाने 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग में इकटठे हुए निर्दोष लोगों पर गोलियां चलवा खूनी होली खेली।

इस अवसर पर ये सभी नेता मौजूद रहे

इस अवसर पर कार्यक्रम के इंतजामों में सहयोग करने वाले कृष्ण काम्बोज,कृष्ण बंसल, गौरव काम्बोज,अमित गोयल, सुदर्शन बजाज का धन्यवाद किया। कार्यक्रम में इन्द्री के पूर्व मन्त्री भीम मैहता, कर्म सिंह खानपुर ,डॉ सुनील पवार ,आप नेता अनिल वर्मा,पूर्व विधायक राकेश कंबोज,रतन मान,डा.सुनील पवार, प्रदीप काम्बोज आदि सभी नेता मौजूद रहे।

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