PM Modi Man Ki Baat, (आज समाज), नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ 114वें एपिसोड को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने तीन अक्टूबर से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्रों, हाल ही में किए अपने अमेरिका दौरे सहित कई मुद्दों का जिक्र किया। पीएम ने स्वच्छ भारत मिशन, केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान, उत्तराखंड के एक गांव व झांसी की घुरारी नदी का भी जिक्र किया। साथ ही मन की बात के श्रोताओं को कार्यक्रम का असली सूत्रधार बताया।
- नवरात्रि के पहले दिन पूरे हो रहे 10 साल
अगले महीने कार्यक्रम को पूरे हो जाएंगे 10 साल
बता दें कि पीएम मोदी हर महीने के अंतिम रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से देश के लोगों को संबोधित करते हैं। इस कार्यक्रम को शुरू हुए इस बार तीन अक्टूबर को पहले नवरात्रे पर 10 साल पूरे हो जाएंगे। पीएम के ‘मन की बात’ का यह 114वां एपिसोड होने के साथ ही तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद उनका यह चौथा एपिसोड है।
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निरंतर मिल रहा श्रोताओं का सहयोग
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मन की बात’ के करोड़ों श्रोता ही हमारे इस मासिक कार्यक्रम के साथी हैं। वे ही इस कार्यक्रम के असली सूत्रधार हैं। ये ऐसे लोग हैं जिनका हमेशा मुझे सहयोग मिलता रहा। उन्होंने कहा, देश के हर कोने से ‘मन की बात’ के श्रोताओं ने लगातार जानकारियां उपलब्ध कराई। पीएम ने बताया कि ‘मन की बात’ की शुरुआत 10 साल पहले 3 अक्टूबर को दशहरे के दिन हुई थी और यह कितना पवित्र संयोग है कि इस वर्ष 3 अक्टूबर को जब इस कार्यक्रम के 10 वर्ष पूरे हो रहे हैं, तब नवरात्रि का पहला दिन होगा।
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चिट्ठियां पढकर गर्व से भर जाता है मन : मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, जब भी मैं ‘मन की बात’ के लिए आए लोगों के पत्र पढ़ता हूं, तभी गर्व से मेरा मन भी भर जाता है। मोदी ने कहा, मन की बात की पूरी प्रक्रिया मेरे लिए मंदिर जाकर ईश्वर के दर्शन करने जैसी है। मैं इस कार्यक्रम की हर चिट्ठी, हर घटना व हर बात को याद करता हंू, जिससे लगता है कि मैं ईश्वर रूपी जनता जनार्दन के साक्षात दर्शन कर रहा हूं।
घुरारी नदी को बचाने के लिए महिलाओं की तारीफ
यूपी के झांसी की घुरारी नदी को याद करते हुए पीएम ने कहा, झांसी की कुछ महिलाओं ने घुरारी नदी (Ghurari river) को नया जीवन प्रदान किया है। उन्होंने कहा, ये महिलाएं सेल्फ-हेल्प ग्रुप यानी स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं और उन्होनें ‘जल सहेली’ बनकर इस मुहिम का नेतृत्व किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, इन महिलाओं ने मृतप्राय हो चुकी घुरारी नदी को ऐसे तरीके से बचाया है जो किसी ने कभी सोचा नहीं होगा।
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उत्तराखंड : ‘झाला ‘ के युवाओं की इसलिए सराहा
पीएम ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सीमावर्ती गांव ‘झाला’ के युवाओं की गांव को स्वच्छ रखने के लिए सराहना की। उन्होंने कहा, झाला के नौजवान अपने गांव को स्वच्छ रखने के लिए ‘धन्यवाद प्रकृति’ अभियान चला रहे हैं। मोदी ने बताया कि इस अभियान के तहत गांव के युवा प्रतिदिन 2 घंटे सफाई करते हैं। व हर गली-कूचे में बिखरे कूड़े को इकट्ठा करके गांव के बाहर तय जगह पर डालते हैं।
जानें मीडिया का क्यों किया धन्यवाद
्रप्रधानमंत्री ने मन की बात में सरकार द्वारा उठाए गए मुद्दों को लेकर मुहिम चलाने के लिए मीडिया हाउसेस का भी धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, मैं इलेक्ट्रोनिक वे प्रिंट मीडिया को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मन की बात कार्यक्रम के जरिये कई मुद्दों को लोगों के घर-घर तक पहुंचाया। उन यूट्यूबर्स का भी धन्यवाद जिन्होनें मेरे रेडियों कार्यक्रम पर कई कार्यक्रम आयोजित किए।
कार्यक्रम की सफलता में उद्योगों व कारोबारियों का भी योगदान
मोदी ने कहा, मन की बात अभियान की 10 साल की सफल यात्रा में देश के बड़े उद्योगों से लेकर छोटे कारोबारियों का योगदान भी शामिल है। उन्होंने कहा, मुझे यह देखकर बहुत खुशी मिलती है कि गरीब, मध्यम वर्ग और एमएसएमई को इस अभियान से बहुत लाभ मिल रहा है।
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