Mann Ki Baat 103rd Episode: 15 अगस्त से शुरू होगा ‘मेरी माटी मेरा देश अभियान’

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Mann Ki Baat 103rd Episode
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

Aaj Samaj (आज समाज), Mann Ki Baat 103rd Episode, नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 103वें ऐपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने हाल ही में उत्तर भारत सहित देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश व बाढ़ के बरपे कहर का जिक्र किया। पीएम ने इस संकट में देश के लोगों द्वारा दिखाए साहस की तारीफ की। उन्होंने कहा कि आपदाओं के बीच हम सब देशवासियों ने फिर दिखाया है कि सामूहिक प्रयास में कितनी ताकत होती है। पीएम ने कहा, हमारे एनडीआरएफ के जवानों के अलावा स्थानीय व लोकल प्रशासन के लोगों ने, दिन-रात एक करके ऐसी आपदाओं का मुकाबला किया है जो काबिलेतारीफ है।

शहीदों के सम्मान में चलेगा ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान

प्रधानमंत्री ने इस दौरान 15 अगस्त को नया अभियान शुरु करने के बारे में भी बताया। उन्होंने शहीदों के सम्मान में इस बार ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान चलाने की घोषणा की। मोदी ने कहा, आज देश में अमृत महोत्सव की गूंज है और जल्द 15 अगस्त आने वाला है, इसलिए शहीद वीर-वीरांगनाओं को सम्मान देने के मकसद से इस बार ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान शुरू किया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत देशभर में देश के बलिदान देने वाले शहीदों की याद में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। देश की लाखों ग्राम पंचायतों में शहीदों की याद में विशेष शिलालेख भी स्थापित किए जाएंगे। पीएम ने यह भी बताया कि पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर जिस तरह ‘हर घर तिरंगा अभियान’ के लिए पूरा देश एक साथ आया था, वैसे ही हमें इस बार भी फिर से हर घर तिरंगा फहराना है और इस परंपरा को लगातार आगे बढ़ाना है।

देश भर में निकाली जाएगी ‘अमृत कलश यात्रा’

प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के तहत देश-भर में ‘अमृत कलश यात्रा’ भी निकाली जाएगी। देश के गांव-गांव व कोने-कोने से 7500 कलशों में मिट्टी लाकर यह यात्रा राष्टÑीय राजधानी दिल्ली पहुचेंगी। यात्रा अपने साथ देश के अलग-अलग हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। इसके बाद 7500 कलश में आई मिट्टी और पौधों से नेशनल वॉर मेमोरियल के पास अमृत वाटिका बनाई जाएगी।

बारिश का समय वृक्षारोपण व जल संरक्षण के लिए भी जरूरी

प्रधानमंत्री ने कहा कि बारिश का समय वृक्षारोपण व जल संरक्षण के लिए भी जरूरी होता है। अभी 50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों को बनाने का काम चल भी रहा है और देशवासी पूरी जागरूकता व जिम्मेदारी के साथ ‘जल संरक्षण’ के लिए नए-नए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हम सभी को पेड़ लगाने व पानी बचाने के प्रयासों का हिस्सा बनना चाहिए। मोदी ने कहा, इस समय सावन का महीना चल रहा है। महादेव की आराधना के साथ सावन हरियाली और खुशहाली से जुड़ा होता है। इसका बहुत महत्व रहा है। सावन के झूले, सावन की मेंहदी, सावन के उत्सव। सावन का मतलब ही आनंद और उल्लास है।

हज नीति की खूब तारीफ, बिना ‘मरहम’ 4314 महिलाओं ने की यात्रा

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया ‘बीते कुछ सालों में हज नीति में जो बदलाव किए गए हैं, उनकी खूब सराहना हो रही है। उन्होंने कहा, ‘मुझे बड़ी संख्या में उन मुस्लिम महिलाओं के पत्र प्राप्त हुए हैं, जो हाल ही में हज यात्रा करके लौटी हैं। इन महिलाओं ने बिना महरम हज यात्रा पूरी की है। बता दें कि इस्लाम में ‘महरम’ वो पुरुष होता है, जो महिला का पति हो या खून के रिश्ते में हो। इस बार हज यात्रा पर अकेली जाने वाली 4314 महिलाओं ने आवेदन दिया था। मोदी ने कहा, मैं सऊदी अरब सरकार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने बिना महरम के हज यात्रा पर जाने वाली महिलाओं के लिए महिला समन्वयकों की तैनाती की।

2018 में पहली बार ‘मरहम’ की अनिवार्यता को हटाया

आजादी के बाद 2018 में पहली बार भारत में महरम की अनिवार्यता को हटा दिया गया था। उसके बाद से 3401 महिलाओं ने बिना पुरुष रिश्तेदारों या महरम के बिना हज यात्रा की थी। इस बार यह आंकड़ा चार हजार से ज्यादा रहा, जो अपने आप में बड़ी बात है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के अनुसार, हज नीति के मुताबिक 45 वर्ष से ज्यादा उम्र की महिलाएं, जिनके पास महरम नहीं हैं, वे चार या उससे ज्यादा संख्या में महिलाओं के समूह के साथ हज यात्रा कर सकती हैं।

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