नई दिल्ली:
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर जखीरा अंडरपास पर होने वाले जलभराव को लेकर हस्तक्षेप करने की मांग की है। उनका कहना है कि रेलवे द्वारा इस मामले में संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। अपने पत्र में सिसोदिया ने लिखा कि मानसून के दौरान जखीरा अंडरपास में होने वाले जलभराव के कारण यहां से आवाजाही करने वाले लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहां मौजूद रेलवे लाइन से गिरने वाले कचरे और रेलवे के नाले की डी-सिल्टिंग न होने के कारण सारा कचरा पानी में बहकर अंडरपास में आ जाता है और यहां मौजूद पम्पों को जाम कर देता है जिस कारण यहां जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इस बाबत 20 जून 2022 में दिल्ली के पीडब्ल्यूडी के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में रेलवे सहित अन्य एजेंसी के अधिकारियों के साथ बैठक की हुई। बैठक में प्रधान सचिव, पीडब्ल्यूडी ने रेलवे के अधिकारियों से रेलवे द्वारा डाउनस्ट्रीम पाइप का आकार बढ़ाने, रेलवे जमीन की जमीन पर मौजूद कचरे को हटाने, रेलवे द्वारा बिछाई गई पुलिया और पाइप ड्रेन की डिसिल्टिंग करवाने के साथ-साथ रेलवे की जमीन पर से अतिक्रमण और अनाधिकृत व्यावसायिक गतिविधियों को हटाने का आग्रह किया। अब जब मानसून की शुरुआत हो चुकी है और कई प्रयासों के बावजूद रेलवे के अधिकारियों द्वारा इन मुद्दों पर कोई कदम नहीं उठाया गया है, तो इस बाबत मैंने केंद्रीय मंत्री को चिऋी लिख इस समस्या से अवगत करवाया और इस मामले में उनके हस्तक्षेप की मांग की ताकि समस्याओं को दूर कर मानसून के दौरान यहां होने वाले जलजमाव की समस्या से बचा जा सकें।
पीडब्ल्यूडी विभाग ने रेलवे सहित अन्य स्टेकहोल्डर्स के साथ की चर्चा
सिसोदिया ने रेल मंत्री को लिखा कि मानसून के दौरान यहां लोगों को बहुत समस्या होती है और कई बार तो ये लोगों के लिए बेहद खतरनाक साबित होता है। इस समस्या का समाधान करने के लिए दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग ने रेलवे सहित अन्य स्टेकहोल्डर्स के साथ इसपर चर्चा की। सिसोदिया ने लिखा कि, इस समस्या को लेकर 20 जून को पीडब्ल्यूडी तथा रेलवे कर अधिकारियों की बैठक हुई तथा रेलवे से डाउनस्ट्रीम पाइप का आकार बढ़ाने, रेलवे द्वारा बिछाई गई पुलिया की डिसिल्टिंग करवाने, रेलवे जमीन की जमीन पर मौजूद कचरे व अतिक्रमण हटाने आदि के लिए शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की गई। उन्होंने केंद्रीय रेलवे मंत्री से इस मामले पर हस्तक्षेप कर इस मामले पर त्वरित कार्रवाई की मांग की ताकि बरसात के दिनों में आम जनता को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़ें।