Aaj Samaj (आज समाज), Manipur Violence Three Months, इंफाल: मणिपुर में जारी हिंसा को आज तीन महीने पूरे हो गए। तीन मई से मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जारी हिंसा में अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग मकान क्षतिग्रस्त होने के चलते बेघर हैं। सरकार ने उन्हें राहत शिविरों में रखा है।

सामूहिक तौर पर दफनाने की योजना

आदिवासी संगठनों ने हिंसा में मारे गए कुकियों को आज सामूहिक तौर पर दफनाने की योजना बनाई है। आदिवासी नेताओं ने बुधवार को कहा बताया था कि 35 कुकी- शव चुराचांदपुर के पीस ग्राउंड, तुईबुओंग (लाम्का) में दफनाए जाएंगे। इसके चलते जिले में में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। स्वदेशी जनजातीय नेताओं ने कहा कि लाम्का मुर्दाघर में लगभग 30-35 शव हैं। उन्होंने कहा, अगर राज्य सरकार हमें इंफाल से और शव भेजती है, तो उन्हें भी दफनाया जाएगा। हम मारे गए लोगों को अपनी सर्वोच्च श्रद्धांजलि देंगे।

इंफाल पश्चिम जिले में बुधवार को दो खाली घर जलाए

मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में बुधवार यानी पिछले अलसुबह अज्ञात लोगों ने एक विशेष समुदाय के दो खाली मकानों में आग लगा दी थी। एक अधिकारी ने बताया कि यह लंगोल इलाके की घटना है। दमकलकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। वारदात में कोई हताहत नहीं हुआ है।

हिंसा के बाद से घर छोड़कर चले गए हैं लोग

अधिकारी ने बताया कि इंफाल वेस्ट क्षेत्र मैतेई बहुज जिला है जहां के अधिकतर निवासी मई में जातीय हिंसा शुरू होने के बाद अपने घर छोड़कर चले गए हैं। अधिकारी बताया कि सेना के जवान खाली पड़े इन घरों की सुरक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उपद्रवियों ने तब घरों में आग लगाई जब सेना के जवान जा रहे थे और उनकी जगह सुरक्षा का प्रभार संभालने के लिए सीआरपीएफ जवान आ रहे थे।

राज्य में स्थिति अस्थिर पर नियंत्रण में : पुलिस

मणिपुर पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार, राज्य में स्थिति अब भी अस्थिर और तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। सुरक्षा बल राज्य के संवेदनशील और सीमावर्ती इलाकों में तलाशी अभियान चल रहे हैं। एक आधिकारिक बयान में कहा गया मणिपुर सरकार ने कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार को देखते हुए इंफाल पूर्व और पश्चिम जिलों में कर्फ्यू में छूट की अवधि एक घंटे बढ़ा दी है। अब दोनों जिलों में कर्फ्यू में ढील की अवधि सुबह पांच बजे से रात आठ बजे तक है।

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