Manipur Violence: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अचानक महाराष्ट्र में होने वाली 4 रैलियां रद्द कर नागपुर से दिल्ली लौट गए। बताया जा रहा है कि मणिपुर के बिगड़े माहौल को लेकर गृह मंत्री ने यह फैसला लिया है। सरकार मणिपुर में शांति बहाली के लिए कोई बड़ा कदम उठा सकती है।
मौजूदा स्थिति को देखते हुए डीजी CRPF अनीश दयाल मणिपुर पहुंच गए हैं। अमित शाह गढ़ चिरौली, वर्धा, कटोल और सावनेर में सभाएं करने वाले थे। मणिपुर में हालात गंभीर बने हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के आवासों पर हमला किया।
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के पैतृक आवास को भी आग के हवाले कर दिया गया। कई वाहनों को भी जलाने की घटनाएं सामने आई हैं। हाल ही में छह लापता लोगों में से तीन के शव एक नदी से बरामद हुए। इसके बाद प्रदर्शन और हिंसा में तेजी आ गई। हिंसा पर काबू पाने के लिए मणिपुर के पांच जिलों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाया गया। इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं।
राज्य सरकार ने छह थाना क्षेत्रों में से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (AFSPA) हटाने की सिफारिश की है। यह कदम मणिपुर में शांति बहाली के प्रयासों का हिस्सा है। अमित शाह का दिल्ली लौटना इस बात का संकेत है कि केंद्र सरकार मणिपुर के हालात पर कड़ी नजर रखे हुए है।
सरकार मणिपुर हिंसा के समाधान और स्थायी शांति बहाली के लिए ठोस कदम उठाने की दिशा में काम कर रही है। अमित शाह की रैलियों की जिम्मेदारी अन्य नेताओं को सौंपकर उनकी प्राथमिकता मणिपुर की स्थिति को नियंत्रण में लाना है।
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