Aaj Samaj (आज समाज), Manipur Crises, इंफाल: मणिपुर में ताजा हिंसा की खबरों के बीच भारतीय सेना और असम राइफल्स ने पूरे मणिपुर में सुरक्षा बढ़ा दी है। सेना ने कहा कि पूर्वी इंफाल और चुराचांदपुर में गोलीबारी की घटनाएं सामने आई हैं। यहां सुरक्षा टीमों ने गोलीबारी की घटनाओं को रोकने की कोशिश की। इस दौरान हथियारबंद लोग ऊंचे इलाकों की ओर भाग निकले। हालांकि, इस गोलीबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
इसी सप्ताह केंद्रीय राज्य मंत्री के घर पर किया था हमला
इसी सप्ताह गुरुवार रात को गुस्साई भीड़ ने केंद्रीय विदेश और शिक्षा राज्यमंत्री आरके रंजन सिंह के कोन्ग्बा नन्देईबाम लेइकाई गांव स्थित घर पर धावा बोल दिया। हालांकि हमले के वक्त मंत्री घर में मौजूद नहीं थे। सूचना के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई नहीं बड़ा नुकसान हो सकता था। इससे पहले राज्य के बिष्णुपुर जिले में संदिग्ध उग्रवादियों और लोगों के एक समूह के बीच ताजा हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया था।
तीन मई को पर्वतीय जिलों में हुई थीं झड़पें
गौरतलब है कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें हुई थीं। बता दें कि राज्य की 53 फीसदी आबादी मैतेई समुदाय की है और ये लोग ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं। आदिवासी नगा और कुकी की आबादी 40 फीसदी है और ये पर्वतीय जिलों में रहते हैं। मणिपुर में हुए इस जातीय संघर्ष में अब तक 70 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और पूर्वोत्तर राज्य में सामान्य स्थिति की बहाली के लिए लगभग 10,000 सैन्य और अर्ध-सैन्य कर्मियों को तैनात करना पड़ा था।
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