Manipur Conflict: हमारे मानवीय व्यवहार को कमजोरी न समझें, सहयोग करें तभी शांति संभव

0
435
Manipur Conflict
हमारे मानवीय व्यवहार को कमजोरी न समझें मणिपुर के लोग, सहयोग करें तभी शांति संभव : सेना

Aaj Samaj (आज समाज), Manipur Conflict, इंफाल: मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर जारी हिंसा का मंगलवार को 54वां दिन था। सुरक्षा बलों के कब्जे से पिछले हफ्ते 24 जून को महिलाओं के नेतृत्व में करीब 1500 लोगों की भीड़ ने 12 लोगों को छुड़ा लिया था। सेना द्वारा हथियारों सहित पकड़े गए इन 12 लोगों पर राज्य में हिंसा फैलाने का आरोप था।

  • महिलाओं को ढाल बनाकर 12 लोगों को छुड़ा लिया था

2 मिनट 14 सेकेंड का वीडियो जारी

सेना ने भीड़ का अब 2 मिनट 14 सेकेंड का एक वीडियो जारी किया है जिसमें सैन्य अधिकारियों ने आॅपरेशन के दौरान कुछ लोगों के दखल के चार मामलों के जिक्र के साथ ही सेना के आॅपरेशन में सहयोग करने की लोगों से अपील की है। अधिकारियों ने कहा है कि सुरक्षाबलों के आपरेशन के दौरान ऐसा कई बार हुआ जब कुछ लोगों ने इसमें दखल डालने की कोशिश की। उन्होंने साथ ही कहा कि हमारे मानवीय व्यवहार को कमजोरी न समझें। आप हमारा सहयोग करेंगे तभी हम मणिपुर में शांति और कानून-व्यवस्था बहाल कर पाएंगे।

इंफाल पूर्व के इथम गांव से पकड़े थे  केवाईकेएल के 12 कैडर्स

रक्षा विभाग के पीआरओ के मुताबिक मणिपुर पुलिस और सेना ने खुफिया सूचना के बाद गत सप्ताह इंफाल पूर्व के इथम गांव में जॉइंट आॅपरेशन चलाकर प्रतिबंधित संगठन कांगलेई यावोल कन्ना लुप (केवाईकेएल) के 12 कैडर्स को पकड़ा था। लोगों को कोई परेशानी न हो इसके लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी।

भीड़ ने सुरक्षाबलों का घेराव कर कैडर्स को छुड़वा लिया था

आपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किए थे। लेकिन 1200 से 1500 लोगों की भीड़ ने सुरक्षाबलों का घेराव कर 12 कैडर्स को छोड़ने की मांग की। भीड़ का नेतृत्व महिलाएं कर रही थीं। भीड़ को कोई नुकसान न हो इसे देखते हुए सुरक्षाबलों ने आपरेशन रोककर केवाईकेएल 12 कैडर्स को छोड़ दिया था। पुलिस के मुताबिक, हिंसा फैलाने के बाद ये लोग भागकर गांवों और बंकरों में छिप जाते हैं। सुरक्षा बलों ने पिछले सप्ताह रविवार को हिल और वैली दोनों जगह ऐसे 12 बंकरों को भी नष्ट किया गया।

तीन मई से हिंसा में अब तक 131 लोगों की मौत

तीन से जारी हिंसा को देखते हुए राज्य में इंटरनेट पर प्रतिबंध है। रविवार देर रात को प्रतिबंध 30 जून तक बढ़ा दिया गया है। दिल्ली में हुई सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्रालय ने हिंसा में अब तक 131 लोगों की मौत की जानकारी दी। वहीं 419 लोग घायल हुए हैं। आगजनी की 5 हजार से ज्यादा घटनाएं हुई हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। राज्य में 36 हजार सुरक्षाकर्मी और 40 कढर तैनात किए गए ह

यह भी पढ़ें :  

Connect With Us: Twitter Facebook