Aaj Samaj (आज समाज), Manipur Attack, इंफाल: मणिपुर की राजधानी इंफाल (पश्चिम) के सिंगजामेई इलाके में ग्रामीण विकास मंत्री वाई खेमचंद के घर के गेट के पास ग्रेनेड ब्लास्ट हुआ, जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया। वारदात शनिवार देर रात की है। राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने देर रात घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उधर मणिपुर में दूसरी बार हिंसा भड़कने के बाद संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (यूएनएचआर) ने चिंता जताई है। सोशल मीडिया पर लिखा, हम मणिपुर हिंसा पर बोलने वाले मानवाधिकार एक्टिविस्ट बबलू लिथोंगबम को मिल रही धमकियों से चिंतित हैं।
- संयुक्त राष्ट्र ने दूसरी बार हिंसा भड़कने के बाद चिंता जताई
तीन दिन पहले मानवाधिकार एक्टिविस्ट के घर पर भी हमला
हिंसक भीड़ ने 5 अक्टूबर को इंफाल वेस्ट के कैथेलमांगबी में बबलू के घर पर हमला किया था। यूएनएचआर ने इस वारदात के लिए मैतेई लिपुंस और अरामबाई तेंगोल को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही अधिकारियों से बबलू, उनके परिवार और घर को सुरक्षा देने की मांग की है। बता दें कि बबलू मैतेई कट्टरपंथी संगठन मैतेई लिपुंस और अरामबाई तेंगोल की आलोचना करते रहे हैं। मैतेई लिपुंस ने पांच अक्टूबर कोलिथोंगबम और बृंदा थौनाओजम का बायकॉट करने का ऐलान किया था। उसी दिन शाम को ही बबलू के घर पर भीड़ ने तोड़फोड़ की।
बबलू लिथोंगबम जताई थी हमले की आशंका
हालांकि वारदात के समय बबलू घर पर नहीं थे। बबलू ने अपने घर पर हमले की आशंका जताई थी। उन्होंने कहा था, मैं जितना खुलकर बोल रहा हूं, उससे लगता है कि कट्टरपंथी संगठन मेरे घर भी आ धमकेंगे। बबलू का सोशल मीडिया में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने मणिपुर हिंसा के शुरुआती दिनों में दिए गए एक साक्षात्कार में अपने बयान के लिए मणिपुर के लोगों से माफी मांगी। गौरतलब है कि बबलू राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन के आलोचक रहे हैं। उन्होंने कहा था कि मणिपुर हिंसा को खत्म करने के लिए बीजेपी को बीरेन सिंह की जगह बीजेपी के ही किसी दूसरे नेता को सीएम बना देना चाहिए। उन्होंने बीजेपी सरकार को कुकी समुदाय से बातचीत करने की भी सलाह दी थी।
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