नई दिल्ली। भले ही ममता बनर्जी और अमित शाह के बीच चुनावों के दौरान खूब खींचतान रहीं। ममता दीदी ने भी पीएम मोदी और अमित शाह के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी। अब बहस्पतिवार को तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी एनआरसी के मुद्दे पर गृहमंत्री से मिलने दिल्ली पहुंची। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली स्थित मंत्रालय में मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने एनआरसी से जुड़ा एक आधिकारिक पत्र भी गृह मंत्री को दिया। उन्होंने असम में लागू एनआरसी के बारे में अमित शाह से बातचीत की। ममता बनर्जी ने कहा, “मैंने उन्हें एक पत्र सौंपा है और कहा कि एनआरसी से 19 लाख लोग बाहर हैं, जिनमें हिन्दी, असमिया और बंगाली बोलने वालों की तादाद काफी हैं।
कई असली मतदाता एनआरसी लिस्ट से बाहर हैं। जिसे गंभीरता से लिये जाने की जरूरत है। मैंने इस बारे में एक आधिकारिक पत्र दिया है।” इसके बाद उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में एनआरसी की कोई जरूरत नहीं है। मैंने अपना रुख साफ कर दिया है। राष्ट्रीय राजधानी के तीन दिवसीय दौरे पर आईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। उन्होंने इसे दो सरकारों के बीच हुई बैठक बताया और कहा कि ज्यादा चर्चा राज्य के विकास मुद्दों पर हुई। प्रधानमंत्री के साथ बैठक को अच्छा बताते हुए ममता ने कहा था कि राज्य का नाम बदलने से संबंधित उनका एजेंडा सबसे ऊपर है। उन्होंने कहा, ह्लहमने पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला करने पर चर्चा की और उन्होंने इसके बारे में कुछ करने का वादा भी किया है।