Aaj Samaj (आज समाज), Mallikarjun Kharge, नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र का शुक्रवार को तीसरा दिन था। इस दौरान बहस जारी रही। कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के अलग देश की मांग करने के लिए मजबूर होने वाले बयान पर राज्यसभा में हंगामा हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनके बयान पर पार्टी का रूख साफ कर दिया है। उन्होंने कहा, यदि कोई देश को तोड़ने की बात करेगा, तो हम इसे कभी सहन नहीं करेंगे। चाहे वह किसी भी पार्टी का हो। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, मैं खुद कहूंगा कि कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक हम एक हैं और एक रहेंगे।
- कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के बयान पर राज्यसभा में हंगामा
कांग्रेस अध्यक्ष की बात पर पीएम मोदी भी मुस्कराए
खड़गे ने लोकसभा चुनाव की संभावनाओं पर इस दौरान चुटकी लेते हुए राज्यसभा में जब बीजेपी के अबकी 400 सीटों के पार लेने की बात कही तो दिलचस्प वाकया हुआ। खड़गे ने कहा, बहुमत आपका (बीजेपी) है। उन्होंने कहा, पहले ही 330 सांसद हैं और अब तो 400 पार का नारा लग रहा है। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा। बीजेपी के सांसदों ने मौके को लपकते हुए सीटें थपथापनी शुरू कर दी। वहं पीएम भी खड़गे की इस बात पर हंसते नजर आए।
डीके सुरेश के बयान पर देश से माफी मांगें कांग्रेस : बीजेपी
बीजेपी ने कांग्रेस एमपी डीके सुरेश के देश के विभाजन वाले बयान पर सख्त रवैया अपनाया है। कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री के भाई डीके सुरेश ने बजट पर बात करते हुए गुरुवार को दक्षिण भारत के एक अलग देश की मांग की थी। इस पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस के इस सदन के सदस्य और कांग्रेस नेता ने संविधान का भी अपमान किया है। उन्होंने कहा, देश के विभाजन की कांग्रेस की परंपरा बरकरार है। कांग्रेस व सोनिया गांधी को इस पर स्पष्टीकरण देकर देश से माफी मांगनी चाहिए। जोशी ने कहा कि कांग्रेस बताए कि क्या वो इस बयान के साथ हैं।
पीएम मोदी से मिले कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम, की तारीफ
कांग्रेस से खफा चल रहे वरिष्ठ पार्टी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुलाकात की है। इसके बाद से उनकी बीजेपी से नजदीकी के कयास लगाए जाने लगे हैं। पीएम से मुलाकात के बाद आचार्य प्रमोद ने कहा, मैं मोदी जी से पहली बार मिला हूं और मुझे कहने में कतई संकोच नहीं है कि पीएम के ऊपर निश्चित ही किसी दैवीय शक्ति की कृपा है। उनसे मिलकर जो अनुभूति हुई है, उसके बाद मैं कह सकता हूं कि वो एक दैवीय शक्ति के प्रतीक हैं।
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