संजीव कौशिक, रोहतक:
पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीना की दिशा-निर्देशो के तहत साईबर क्राइम के बढ़ते खतरो को मद्देजनर रखते हुए तथा साईबर अपराध पर अंकुश लगाने हेतू सभी थानो में साईबर ङैस्क की शुरुआत की गई थी। जिला रोहतक में सभी 14 पुलिस थाना मे साईबर ङैस्क सुचारू रूप से कार्य कर रहे है। एसएसपी सांपला श्रीमति मेधा भूषण द्वरा साईबर हैस्प डेस्क पर तैनात पुलिस अधिकारियों व साईबर सैल की बैठक ली गई। बैठक में साईबर अपराध की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों में ओर तेजी लाने बारे दिश-निर्देश दिए गए। इसके अलावा साईबर अपराध के मामलों को जल्द से जल्द हल करने तथा साईबर अपराध में शामिल रहे गिरोह को बेनकाब करने बारे आवश्यक हिदायते दी गई।
आमजन की शिकायतों पर तुरंत करें कार्यवाही
एएसपी सांपला मेधा भूषण ने बताया कि साईबर अपराधी स्मार्ट फोन से, मोबाइल ऐप व इंटरनेट बैंकिंग व अन्य तरीको से लोगो के साथ धोखाधङी कर पैसे हङप रहे है जिससे पीङित व्यकित को आर्थिक हानि के साथ-2 कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पडता है। आमजन को साईबर अपराध की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए तथा साईबर अपराधी तक पुलिस जल्दी पहुंच सके इसके लिए थानों मे साईबर हैस्प ङेस्क की शुरुआत कि गई है। साईबर ङैस्क के लिए प्रत्येक थाना में एक एनजीओ स्तर के अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। नियुक्त किए गए अधिकारी साईबर अपराध के संबंध में निपुण है। साईबर हेल्प डेस्क पर साईबर अपराध से संबधित शिकायतो को सुना जाता है तथा तुरंत आवश्यक कार्यवाही की जाती है ताकि पीडित को आर्थिक हानि से बचाया जा सके। थाना में आने वाले किसी भी व्यक्ति को परेशानी ने उठानी पडे तथा शिकायत प्राप्त होते ही साईबर क्रामइ के पोर्टल पर अपलोड करे ताकि धनराशि को रोका जा सके। प्रत्येक हैल्प डेस्क में एक रजिस्टर लगाया गया है जिसमें प्राप्त शिकायतों का विवरण दर्ज किया जाएगा। सभी शिकायतों का उच्च अधिकारियों द्वारा विशलेषण किया जाएगा। हैल्प डेस्क पर लगे सभी अधिकारियों की ट्रैनिंग कराई गई है तथा भविष्य में ट्रैनिंग कराई जाएगी।