9 बच्चे घायल और चालक की टांगें टूटी
Panchkula News (आज समाज) पंचकूला: मोरनी के टिक्करताल मार्ग पर आज सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब मलेरकोटला पब्लिक स्कूल की एक बस, जिसमें 9 बच्चे और चालक सवार थे, अनियंत्रित होकर 100 फीट गहरी खाई में गिर गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस के ब्रेक फेल हो गए थे, जिससे यह भीषण हादसा हुआ। दुर्घटना इतनी गंभीर थी कि बस के कई हिस्से टूट गए और उसमें सवार बच्चों को गंभीर चोटें आईं। चालक की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है, जबकि बच्चों को भी गहरी चोटें आई हैं।
सभी घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मोरनी के टिक्करताल मार्ग पर हुए भीषण बस हादसे के बाद जिला उपायुक्त यश गर्ग और डीसीपी हिमांद्वी कौशिक ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य की निगरानी की। उन्होंने गंभीर रूप से घायल बच्चों और चालक का हालचाल लिया और फौरन उन्हें अस्पताल भेजने के आदेश दिए।
चालक की हालत गंभीर
मोरनी बस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए 9 बच्चों और चालक की स्थिति नाजुक बनी हुई है। पंचकूला के नागरिक अस्पताल में सभी का इलाज चल रहा है। चिकित्सा अधिकारी डॉ. सागर जोशी के अनुसार, बस चालक विनोद कुमार की दोनों टांगें टूट चुकी हैं और उनकी हालत बेहद गंभीर है। बच्चों को भी सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटें आई हैं, जिससे उनकी हालत चिंताजनक है।
सोमवार को क्षेत्र का दौरा करेंगे डीसी यश गर्ग
उपायुक्त यश गर्ग ने सोमवार को लोक निर्माण विभाग और स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर क्षेत्र का दौरा करने का ऐलान किया। उनका उद्देश्य सड़क की खामियों को ढूंढ़कर उन्हें तुरंत सुधारने का है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे रोके जा सकें। प्रशासन की तत्परता और लोगों की सहायता से घायलों को समय पर चिकित्सा सुविधा मिल पाई, जिससे स्थिति और खराब होने से बच गई। उपायुक्त यश गर्ग ने कहा कि यह हादसा बेहद दुखद है, और इसे गंभीरता से लेते हुए प्रशासन अब सड़क सुरक्षा सुधार के लिए विशेष योजनाएं लागू करेगा। लोक निर्माण विभाग व पंचायतों के साथ मिलकर उन सभी जगहों की पहचान की जाएगी जहां सड़कें खतरनाक हैं और तत्काल सुधार कार्य शुरू किया जाएगा।
बच्चों को होटल में ठहराया, खाने-पीने की व्यवस्था की
मोरनी में हुए बस हादसे के बाद प्रशासन ने घायल बच्चों की देखभाल के साथ-साथ अन्य बच्चों के लिए भी त्वरित कदम उठाए हैं। मलेरकोटला पब्लिक स्कूल के 100 से अधिक बच्चे मोरनी घूमने आए थे, और हादसे के बाद प्रशासन ने तुरंत अन्य बच्चों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की व्यवस्था की। पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी, जिला परिषद के चेयरमैन सुनील शर्मा और मोरनी की महिला सरपंच काजल शर्मा ने मिलकर निजी गाड़ियों से बच्चों को मोरनी के एक निजी होटल में ठहराया और उनके खाने-पीने की व्यवस्था करवाई।
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