बस में सवार थे 30 से 40 यात्री, एक शव बरामद
आज समाज डिजिटल,किन्नौर:
किन्नौर। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बुधवार को एक बार फिर भयानक भूस्खलन हुआ। आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिले के निगुलसेरी नेशनल हाईवे-5 पर चील जंगल के पास पहाड़ी से कई चट्टानें गिरी और एचआरटीसी की बस इसकी चपेट में आ गई। हादसे में करीब 30 से 40 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। एक शव बरामद कर लिया गया है और 6 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। डिप्टी कमिश्नर आबिद हुसैन सादिक ने यह जानकारी दी है। विधानसभा सत्र के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी घटना की पुष्टि की है। गृह मंत्री अमित शाह ने जयराम ठाकुर से फोन पर बात की और वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। गृह मंत्री ने फंसे हुए लोगों को निकालने व स्थिति का जायजा लेने के लिए आईटीबीपी के महानिदेशक से भी बात की। एक महीने से भी कम समय में किन्नौर में भूस्खलन की यह दूसरी बड़ी घटना है। हादसे में बस के साथ ही अन्य पांच छोटे वाहन भी दबे होने की आशंका है।
गौरतलब है कि 25 जुलाई 2021 को किन्नौर जिले के बटसेरी में सांगला-छितकुल मार्ग पर पहाड़ी से दरकी चट्टानों की चपेट में एक पर्यटक वाहन आ गया था। हादसे में टेंपो ट्रैवलर में सवार नौ पर्यटकों की मौत हो गई थी।
लगातार गिर रही चट्टानें, बचाव कार्य बाधित
डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि पहाड़ी से लगातार चट्टानें गिर रही हैं। इस वजह से रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है। उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई हैं। एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि किन्नौर जिले मे मूरंग हरिद्वार रूट की यह बस है।
लोगों को सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास : सीएम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि निगुलसेरी, किन्नौर में भूस्खलन होने से मलबे में वाहनों के दबने का समाचार सुनकर बहुत दुखी हूं। हमने किन्नौर प्रशासन को राहत-बचाव कार्य के निर्देश दे दिए हैं। मलबे में दबे लोगों को सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।