गगन बावा, गुरदासपुर :
जिला गुरदासपुर सहित पूरे पंजाब में बड़े रकबे में गन्ने की काश्त की जाती है परंतु पिछले कई सालों से गन्ने की कीमतों में वृद्धि नहीं की गई। इस कारण किसानों के लिए गन्ने की खेती घाटे वाली साबित हो रही है। इसके अलावा गन्ने की बेची हुई फसल की पिछली अदायगी भी सरकारी व प्राइवेट मिलों द्वारा नहीं की गई। इन मांगों को लेकर माझा किसान संघर्ष कमेटी और संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं द्वारा सहकारिता मंत्री पंजाब सुखजिन्दर सिंह रंधावा से मुलाकात करके उन्हें मांग पत्र सौंपा गया। माझा किसान संघर्ष कमेटी के मुखी बलविन्दर सिंह और सरपरस्त बाबा कंवलजीत सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार व केंद्र सरकार को गन्ने की खेती की तरफ अधिक ध्यान देने की जरूरत है। यदि किसानों को खेती विभिन्नता से जोड़ना है और रिवायती गेहूं व धान की खेती के जंजाल से निकालना है तो गन्ने और अन्य खेती की फसलों से जोड़ने के लिए अच्छी कीमतों और तुरंत अदायगी के अलावा कम से कम समर्थन मूल्य में फसलों की खरीद करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सहकारिता मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने उनकी मांगों को ध्यान से सुना और भरोसा दिया कि पंजाब सरकार, वित्त मंत्री पंजाब, खेती मंत्री और केंद्रीय वित्त मंत्री से उक्त मामलों पर विचार किया जाएगा।