Mahendragrah News : धार्मिक आस्था का केंद्र है श्याम बाबा का मंदिर, क्षेत्र के साथ अन्य जिलों में भी है मंदिर की ख्याति

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Mahendragrah News : धार्मिक आस्था का केंद्र है श्याम बाबा का मंदिर, क्षेत्र के साथ अन्य जिलों में भी है मंदिर की ख्याति
गांव बडऱाई में पहाड़ी पर स्थित बाबा श्याम मंदिर।
  • क्षेत्र के गांवों में घर-घर पूजा जाता है श्याम बाबा को

(Mahendragrah News)सतनाली। सतनाली क्षेत्र के निकटवर्ती गांव बडऱाई व नौरंगाबास की पहाड़ी पर स्थित बाबा श्याम जी मंदिर की क्षेत्र के लोगों में बड़ी श्रद्धा मानी जाती है और क्षेत्र के दर्जन भर गांवों के हजारों ग्रामीणों ने अपने अपने प्रयासों से वीरान क्षेत्र में धार्मिक भावना की नींव रखने का काम किया है। ग्रामीण अपने स्तर पर भले ही यहां पर करोड़ों रुपयों की राशी खर्च कर चुके हैं लेकिन उनको सरकार से अब भी पर्यटन स्थल का दर्जा न देने का मलाल बना हुआ है।

सौ साल पहले एक गोपालक को बाबा श्याम जी की एक पत्थर की मूर्ति मिली

जानकारी के अनुसार बडऱाई के नौरंगाबास सीमा पर स्थित पहाड़ी की ऊंचाई पर आज से सौ साल पहले एक गोपालक को बाबा श्याम जी की एक पत्थर की मूर्ति मिली। उसी दिन से क्षेत्र के गांवों में इस विरान स्थान के प्रति धार्मिक भावना संचालित हुई और आज सतनाली क्षेत्र के गांव नांवा, सोहड़ी, डिगरोता, नांगल माला, कादमा, बडऱाई, गोपालवास व खुडाना के घर-घर में इसकी पूजा की जाती है।

गांव की आबादी से दूर गहरे वन क्षेत्र के मध्य स्थित पहाड़ी के ऊंचे स्थान पर पहले पत्थर ही पत्थर नजर आते थे जिस पर मात्र एक दिन ही सभी लोग यहां पर बड़ी मुश्किल से पहुंचते थे लेकिन वर्ष 2004 में दर्जन भर गांवों के मौजिज ग्रामीणों ने बाबा श्यामजी मंदिर परिसर के पहाड़ी क्षेत्र को समतल करने का बीड़ा उठाया और आज यहां पर हर दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा है। वहीं वर्ष में एक बार यहां पर बड़े मेलें व कुश्ती दंगलों का आयोजन किया जाता है जिसमें प्रदेश के नामी पहलवान पहुंचते हैं।

छोटे धाम का मंदिर आज दो एकड़ में विशाल भवन में तब्दील हो चुका

छोटे धाम का मंदिर आज छोटे व बड़े कई भवनों के कारण आज दो एकड़ में विशाल भवन में तब्दील हो चुका है। सांसद धर्मबीर सिंह के कोटे व क्षेत्र के सामजिक संगठनों के चंदे से यहां पर मंदिर के अलावा सत्संग भवन, रिहायशी भवन, मंच व पेयजल केंद्र संचालित है लेकिन उसके बाद भी क्षेत्र के लोगों के मन में इसे बड़े पर्यटन स्थल का दर्जा पाने की इच्छा आज भी अधूरी है।

क्षेत्र के गांव के लोगों उमेद सिंह, रणबीर सिंह, रामकुमार बडऱाई, नरेश गोपालवास, विरेंद्र पहलवान, बलबीर सिंह, अनिल बडऱाई, कर्मबीर इत्यादि ने बताया कि प्रदेश में इस तरह के वीरान क्षेत्र की पहाड़ी पर ग्रामीणों ने अपने प्रयास से उत्थित यह पहला धार्मिक स्थल है। सरकार ने यहां पर सडक़ तो निर्मित करवाई लेकिन खेल परिसर को स्टेडियम का दर्जा देने के अलावा यहां से अन्य गांवों के लिए नए रास्ते बनाने व पर्यटन स्थल का दर्जा मिलने से यह एक तरह से स्वर्ग का स्थान ले सकता है।

सांसद धर्मबीर सिंह अपने कोटे से खर्च कर चुके हैं एक करोड़

गांव बडराई के बाबा श्याम जी मंदिर पर क्षेत्र के दर्जन भर गांवों के अलावा आसपास के जिलों में भी काफी मान्यता है और इस स्थल को खाटू श्याम जी के छोटे अवतार में पूजा जाता है। सांसद धर्मबीर सिंह भी इस धार्मिक स्थल पर पहुंच कर पूजा अर्चना करते हैं।

धर्मबीर सिंह के मुख्य संसदीय सचिव के कार्यकाल में 50 लाख की राशि से गांव से पहाड़ी की ऊंचाई तक सात किलोमीटर सडक़ मार्ग के अलावा चालीस लाख की लागत से दो बड़े हाल भी अपने कोटे से निर्मित करवाए हैं और वे सरकार को इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में मान्यता देकर बड़े बजट की स्वीकृति की भी मांग कर चुके हैं।

19वें विशाल भंडारें व खेल प्रतियोगिताओं के साथ मेलें का आयोजन किया जाएगा

गांव नौरंगाबास व बडऱाई में पहाड़ी पर स्थित मंदिर परिसर में आगामी 10 व 11 मार्च को 19वें विशाल भंडारें व खेल प्रतियोगिताओं के साथ मेलें का आयोजन किया जाएगा।

इस दौरान कब्बडी नेशनल ओपन लड़कियां, रस्साकस्सी, कुश्ती दंगल, वॉलीबॉल, लॉंग जंप, विभिन्न प्रकार की लडक़े व लड़कियों की दौड़, वृद्व दौड़ सहित अनेक प्रकार की खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान दो दिवसीय भंडारे का भी आयोजन होगा। विजेता प्रतिभागियों व टीमों को मंदिर कमेटी द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।

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