महेंद्रगढ़:   तकनीकी, विश्व में व्याप्त विषमताओं को कम करने में सहायक : प्रो. कुहाड़

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नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:  
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के अंतर्गत आने वाले अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी पीठ के कम्प्यूटर विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग द्वारा पांच दिवसीय संकाय विकास संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआईसीटीई) के द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ परिषद के अध्यक्ष प्रो. अनिल डी. सहस्रबुद्धे के संबोधन के साथ हुआ। इस अवसर पर कैडेंस डिजाइन सिस्टम इंडिया लिमिटेड के उपाध्यक्ष व प्रबंधक निदेशक जसविंद्र एस. आहुजा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.सी. कुहाड़ ने संदेश के माध्यम से इस आयेाजन को शिक्षकों के लिए बेहद उपयोगी बताया और कहा कि इससे उन्हें शिक्षण व इंडस्ट्री के स्तर पर कार्यक्षेत्र के जुड़ें नए पक्षों को जानने समझने का अवसर मिलता है और अवश्य ही इसका लाभ विद्यार्थियों को भी शिक्षकों के माध्यम से प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि तकनीकी के प्रयोग से हम विश्व में व्याप्त विषमताओं में कमी ला सकते हैं, चाहे वह विषमता शिक्षा के स्तर पर हो, स्वास्थ्य की हो, जीवन स्तर की हो या उसका स्तर कुछ भी हो, तकनीकी ने आज के युग में सभी तक अपनी पहुंच बना ली है और धीरे धीरे इसके प्रयोग के द्वारा शिक्षा के स्तर में भी बहुत सुधार किया जा सकता है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 ने इसी तथ्य को दृष्टिगत रखते हुए 40 प्रतिशत तक विषय वस्तु को आभासी माध्यम से पढ़ाने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं।
> टूवर्ड्स 5जी एंड बियॉन्ड विद आईओटी एंड मशीन लर्निंग विषय पर केंद्रित इस ऑनलाइन संकाय विकास संवर्धन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जसविंद्र एस. आहुजा ने सेमिकंडक्टर और इलैक्ट्रोनिक्स उद्योग में भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने इंटेलीजेंसी टेक्नोलॉजी डिजाइन और स्मार्ट उपकरणों के बढ़ते महत्त्व से भी प्रतिभागियों को अवगत कराया। कम्प्यूटर विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि एआईसीटीई के सहयोग से आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम में करीब 200 प्रतिभागी पंजीकृत है जो कि भारत के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से संबद्ध है। अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी पीठ अधिष्ठाता डॉ. अजय बंसल ने इस आयोजन को शिक्षकों के लिए उपयोगी बताया और कहा कि इसमें देश के विभिन्न तकनीकी संस्थानों व इंडस्ट्री के विद्वान प्रतिभागियों के समक्ष अपने ज्ञान व अनुभव को प्रस्तुत करने जा रहे हैं।