नीरज कौशिक, Mahendragarh News:
कॉमनवेल्थ खेलों में बीस से भी अधिक एकल एवं टीम पदक जीतकर भारत की महिलाओं ने साबित कर दिया है कि वो राष्ट्र का गौरव बढ़ाने में किसी भी क्षेत्र में लड़को से कम नहीं है। जब भी भारतीय तिरंगे को विश्व के मानचित्र पर सम्मान की बात होती है तब-तब महिलाएं अपना पूरा योगदान देती है।
पुत्री के जन्म पर परिवार को सम्मानित
उपमंडल के गांव नांगलमाला में रविवार देर शाम को दादा सुरेश खुडानिया व दादी विद्या देवी के घर जन्मी नवजात पुत्री के जन्म को उत्सव के रूप में मनाने वाले परिवार को सम्मानित करते हुए ये बाते राज्य में कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए 15 वर्ष से अभियान चला रही राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित नगर पार्षद मंजू ने कही।
महिला सशक्तिकरण का सम्मान
गांव नांगलमाला में 16 जुलाई को मोनिका पत्नी धर्मवीर ने एक कन्या को जन्म दिया। घर में कन्या की किलकारी सुनते ही सभी परिजनों ने निर्णय लिया कि कन्या का जन्म महिला सशक्तिकरण का सम्मान करते हुए पर्व के रूप में मनाया जाएगा। तभी से चाचा गणेश कौशिक, मोनू, फूफा शक्ति, नरेश कुमार, दादी गीता देवी, सोमवीर ने लड़के जन्म की तरह सभी खुशियां मनाते हुए रविवार शाम का नवजात कन्या की मां का धूमधाम से लड़के जन्म की तरह कुआं पूजन करवाया गया।
सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया
इस अवसर पर परिवार को मंजु कौशिक ने अपनी घोषणा के अनुरूप सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर उन्होंने कन्या के जन्म का सम्मान करने वाले परिवार को बधाई दी साथ ही आमजन से लड़का-लड़की में भेदभाव खत्म करने का आह्वान किया।
इस अवसर परिवार को बधाई दी
इस अवसर निवर्तमान सरपंच अजय कुमार, आशा वर्कर कविता, ओमशिव कौशिक, बाला, नीलम, भगवती, किताबों, सुशीला देवी ने भी नवजात कन्या के परिवार को नारी का सम्मान करने के लिए बधाई दी।
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