(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़। विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान, प्रयागराज, हरियाणा इकाई के तत्वावधान में आभासी काव्य गोष्ठी बीती शाम दिनांक 31 अगस्त को संपन्न हुई जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. विनीता कुमारी, पूर्व प्रोफेसर दिल्ली विश्वविद्यालय रहीं जिन्होंने कविता लेखन के विषय में नवोदित कवियों को अतुलनीय जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. प्रदीप कुमार, दिल्ली विश्वविद्यालय थे जिन्होंने अपनी कविताओं से पटल पर जुड़े लोगों की वाहवाही लूटी, विशेष अतिथि डॉ. गोकुलेश्वर द्विवेदी, सचिव, विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान ने अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि, हिन्दी भाषा के उत्थान के लिये हरियाणा इकाई निरंतर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करती रहेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश त्रिपाठी जी ने की और कार्यक्रम के अंत में संस्था के कार्यों का उल्लेख किया और इस कार्यक्रम की प्रशंसा की । अध्यक्ष जी ने कहा हमें भव्य भारत का निर्माण करना है, साहित्यकार जो होता है समाज की दशाएं और दशा देखकर के वह अपने समाज को सुंदर बनाने की कोशिश करता है, उसी के माध्यम से बच्चों के ऊपर भी उसकी एक आकृति जाती है, उसका अक्ष उनके ऊपर जाता है, बच्चों के अंदर भी रचनाशीलता का भाव उनके अंदर पैदा होते हैं।
कार्यक्रम का सफल संयोजन एवं संचालन राजेन्द्र आर्य, महेंद्रगढ़ ने किया। कार्यक्रम की शुरुवात मुकुट अग्रवाल भावुक ने सरस्वती वंदना से किया। कार्यक्रम में स्वागत भाषण श्रीमती सुरेखा शर्मा ने दिया। उसके पश्चात काव्य गौष्ठी का आरंभ हुआ जिसमें अनिल यादव महेंद्रगढ़, देवप्रिया अमर तिवारी, गुरुग्राम, डॉ. कृष्णा आर्या, नारनौल, डॉ. मुक्ता, वरिष्ठ साहित्यकार, परिणिता सिंह गुरुग्राम, अनीता यादव, महेन्द्रगढ़ आदि कवि व कवयित्रियों ने काव्य पाठ किया ।
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