(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़। जिला मुख्यालय महेंद्रगढ़ में स्थापित करवाने को लेकर क्षेत्र में एक महीने चले जनसंपर्क अभियान के बाद शनिवार से लघुसचिवालय के बाहर हवन यज्ञ के साथ धरना शुरू हो गया हैं। शनिवार को धरना स्थल पर विभिन्न राजनैतिक पार्टियों के नेताओं, सामाजिक संगठनों, सरपंच, पूर्व सरपंच, नंबरदार, पंच, व्यापारी सहित अनेक लोगों ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया तथा सरकार से महेंद्रगढ़ में जल्द जिला मुख्यालय स्थापित करने की मांग की। इस दौरान अनेक लोगों ने धरना स्थल पर अपने विचार भी रखे।
बता दें कि क्षेत्र के लोग काफी लंबे समय से जिला मुख्यालय को लेकर संघर्षरत हैं। काफी समय से लोगों द्वारा यह मांग उठाई जा रही है। इससे पहले भी अधिवक्ताओं व सामाजिक संगठनों के लोगों द्वारा लघुसचिवालय में सांकेतिक धरना व सरकार के प्रति नारेबाजी कर महेंद्रगढ़ को जिला मुख्यालय देने की मांग कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त नारनौल को अलग जिला बनाने व महेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय स्थापित करने को लेकर सीएम नायब सैनी के नाम ज्ञापन भेजा जा चुका हैं।
वर्ष 2019 में भी बार एसोसिएशन द्वारा करीब तीन महीने का धरना दिया गया था। इसके अलावा दुकानदारों ने भी बाजार को बंद कर जिला मुख्यालय स्थापित करने की मांग कर चुके हैं। लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा महेंद्रगढ़ में अभी तक जिला मुख्यालय स्थापित नहीं गया हैं। संघर्ष कमेटी द्वारा 17 जुलाई से क्षेत्र के गांव-गांव जाकर लोगों से जनसंपर्क कर लोगों को जिला मुख्यालय स्थापित करने को लेकर निमत्रंण दिया गया था। शनिवार से लघुसचिवालय के बाहर धरना शुरू हो गया हैं।
समाजसेवी बलवान फौजी ने कहा कि महेंद्रगढ़ प्रदेश के सबसे पुराने जिलों में से एक है। आजादी के 77 वर्ष बाद भी महेंद्रगढ़ की जनता अपने हक से वंचित है। इस बार क्षेत्र की जनता अपने हक के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना चुकी हैं। उन्होंने बताया कि नारनौल को अलग जिला बनाकर महेंद्रगढ में जिला मुख्यालय बनाने की मांग को लेकर क्षेत्र की जनता लंबे समय से संघर्ष कर रहीं हैं। लेकिन किसी भी सरकार ने महेंद्रगढ़ के लोगों की मांग की ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
सभी पार्टियों के नेताओं ने जिला मुख्यालय के नाम पर चुनाव में वोट हासिल किए हैं तथा चुनावों के बाद अपना वादा भूल जाते हैं। शनिवार को हवन यज्ञ के साथ धरना की शुरूआत की गई हैं। धरनास्थल पर बारिश के बचाव के लिए वाटर प्रूफ टैंट लगाया गया हैं। वहीं धरनास्थल पर मौजूद रहने वाले लोगों लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध की गई हैं। समाजसेवी रामनिवास पाटोदा ने कहा कि आज भाजपा सरकार में इस जिले की अपेक्षा से लोगों में मायूसी है तथा सरकार के प्रति भारी रोष पनप रहा है, जिसका खामियाजा सरकार को बीते विधानसभा चुनाव में देखने को मिला था तथा आगामी विधानसभा चुनाव में और भी विपरीत प्रभाव देखने को मिलेगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मुख्यालय नहीं मिला तो आंदोलन को ओर तेज किया जाएगा।
इन्होंने दिया समर्थन
इस मौके पर सरपंच एसोसिएशन के पूर्व प्रधान रविंद्र गागड़वास, राकेश तंवर बसई, रमेश राव पायलट, यादव सभा प्रधान एडवोकेट अभय सिंह यादव, बार एसोसिएशन के प्रधान राजीव कुमार, इंटक सदस्य विपिन कुमार, गांव निंबी के पूर्व सरपंच रामस्वरूप, विजय मेहत्ता, सुरेश वर्मा, इंजिनियर संदीप बचीनी, धर्मपाल नंबरदार, मेजर मुरारीलाल, गोदाराम सरपंच, देवनगर सरपंच कृष्ण कुमार, रमेश एडवोकेट, संजय रिवासा, राजेंद्र आकोदा, सरपंच पूर्ण सिंह, कुलभूषण मेघनवास, विजय खेड़ा, विनोद चेयरमैन, गोपीराम अग्रवाल, भगवान सिंह, इंद्रलाल शर्मा, भरत सिंह, सुरेश नंबरदार, पूर्व सरपंच छाजुराम, ब्रहमानंद वाल्मीकि, श्रीचंद वाल्मीकि, सूबेदार सुखदेव, डॉ. धर्मबीर पायगा, पीटीआई रामचंद्र फौजी, हवलदार राकेश, पीटीआई रामचंद्र फौजी, जगदेव फौजी, प्रमोद फौजी, गुरदयाल शर्मा, जोगेंद्र मास्टर, दीपक फौजी, राहुल यादव, इंजिनियर संदीप शास्त्री, संदीप झूक, राजकुमार, कर्मवीर, सुंदर बोहरा, आयुष राव आदि मौजूद थे।