Mahendragarh News : राजकीय महाविद्यालय महेंद्रगढ़ में एंटी ड्रग सेल के तत्वावधान में स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता का आयोजन

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Slogan writing competition organized under the aegis of Anti Drug Cell in Government College, Mahendragarh.
प्रतियोगिता में भाग लेते विद्यार्थी।

(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़। राजकीय महाविद्यालय, महेंद्रगढ़ में एंटी ड्रग सेल के तत्वावधान में नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना और समाज में नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता फैलाना था। प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपने रचनात्मक स्लोगन के माध्यम से नशे के खिलाफ जागरूकता का संदेश दिया। कुछ बेहतरीन स्लोगन जैसे ‘नशे से दूर रहो, जीवन को संवारो‘, ‘नशा नाश की जड़‘ और ‘नशा नहीं, शिक्षा अपनाओं‘ ने सभी का ध्यान आकर्षित किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. लक्ष्मी नारायण द्वारा किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने नशे के बढ़ते प्रचलन पर चिंता व्यक्त की और विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि नशा व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बर्बाद कर देता है और इससे समाज पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। विद्यार्थियों को जागरूक रहते हुए नशे से दूर रहने और दूसरों को भी इसके प्रति सचेत करने का आह्वान किया।

महाविद्यालय के एंटी ड्रग सेल प्रभारी प्रो. जितेंद्र कुमार ने कहा कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों में नशीली दवाओं के प्रति जागरूकता फैलाना और उन्हें रचनात्मक तरीके से व्यक्त करने का अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि हमें अपने परिसर को नशीली दवाओं से मुक्त रखना चाहिए और छात्रों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
कार्यक्रम सह-प्रभारी डॉ. विकास गुप्ता ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा किए और बताया कि नशा एक गंभीर समस्या है जो युवाओं को सबसे अधिक प्रभावित कर रही है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे इस जागरूकता अभियान का हिस्सा बनें और समाज को नशा मुक्त बनाने में योगदान दें।

अंत में प्राचार्य डॉ. लक्ष्मी नारायण ने सभी प्रतिभागियों की प्रशंसा की और विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों के रचनात्मक विकास में सहायक होते हैं बल्कि उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का एहसास भी कराते हैं। उन्होंने भविष्य में भी इसी तरह की और प्रतियोगिताएं आयोजित करने की बात कही।

इस अवसर पर महाविद्यालय के उप-प्राचार्य प्रो. विजय यादव, प्रो. जितेन्द्र कुमार, डॉ. बलजीत सिंह, डॉ. अश्विनी कुमार, डॉ. विकास गुप्ता, डॉ. अरूण भारत, दीपक, दुलीचन्द, कर्णसिंह सहित विद्यार्थी उपस्थित रहे।