- श्रीकृष्णा स्कूल महेंद्रगढ़ में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन
- मेहंदी लगाना और लगवाना दोनों उल्लास का प्रतीक: कर्मवीर राव
नीरज कौशिक, Mahendragarh News:
श्रीकृष्णा सीनियर सेकेंडरी स्कूल महेंद्रगढ़ में शनिवार को तीज पर्व को लेकर विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई। इसमें फैंसी ड्रेस, डांस, पतंग बनाओं जूनियर विंग तथा मेहंदी लगाओं प्रतियोगिता का सीनियर विंग में आयोजन किया गया।
ये रहे प्रतियोगिता के परिणाम
प्री-प्राइमरी हेड संतोष यादव ने बताया कि फैंसी ड्रेस और डांस प्रतियोगिता में कक्षा नर्सरी से प्रथम तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया। नत्थूराम ने बताया कि कक्षा तीसरी से पांचवीं तक पतंग प्रतियोगिता में कक्षा तीसरी से पर्थ, रोनक प्रथम, हिमानी, हैनी द्वितीय और अनमोल व दिव्या ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा दूसरी के नैतिक व रितिका प्रथम, पर्थ व पर्व ने द्वितीय, लक्ष्य और मयंक ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा फोर्थ से पारस व कृष प्रथम, साक्षी व चेतना द्वितीय व निखिल व शिवानी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं कक्षा पांचवी से जय, तमन्ना प्रथम, वंशीका, राहुल ने द्वितीय व अक्षिता व वैभव ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
8वीं से 11वीं तक की छात्राओं ने लिया भाग
स्कूल के मिडिल हैड सुरेंद्र कुमार ने बताया कि मेहंदी प्रतियोगिता में स्कूल के कक्षा आठवीं से ग्यारहवीं तक के छात्राओं ने भाग लेकर अपने-अपने हाथों पर आकर्षक मेहंदी उकेरी। उन्होंने बताया तीज पर्व को लेकर श्रीकृष्णा स्कूल महेंद्रगढ़ में मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा आठवीं से ग्यारहवीं तक की छात्राओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। मेहंदी प्रतियोगिता में छात्राओं का मेहंदी रचाने के प्रति उत्साह देखने योग्य रहा।
उन्होंने कहा कि मेहंदी प्रतियोगिता में ओवर आॅल परिणाम में कक्षा छठी से निधी प्रथम, वंशीका द्वितीय व खुशी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा सातवीं से रश्मी प्रथम, मन्नू द्वितीय व पलक ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा आठवीं से निक्की प्रथम, अंशू ने दूसरा व आंचल, रिया ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। मिडिल हेड ने बताया कि कक्षा नौवीं से खुशी प्रथम, जीया द्वितीय व लक्की ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा 11वीं से पायल प्रथम, सानिया ने दूसरा व दिव्या ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
शृंगार की खूबसूरती बढ़ाती है मेहंदी
इस मौके पर स्कूल के एमडी कर्मवीर राव ने विद्यार्थियों से कहा कि मेहंदी शृंगार ही नहीं बल्कि औषधि भी है, क्योंकि मेहंदी शृंगार की खूबसूरती को बढ़ाती है। उन्होंने कहा कि मेहंदी लगाना एवं लगवाना दोनों उल्लास एवं खुशहाली के प्रतीक माने जाते हैं। इस प्रकार की गतिविधियों से विद्यार्थियों में रचनात्मकता बढ़ती हैं एवं एक-दूसरे के साथ कार्य करते हुए विद्यार्थी बहुत कुछ सीख पाते हैं। यह सह-पाठ्यक्रम गतिविधि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायक होगी। उन्होंने कहा कि भारत देश के लोग अपनी संस्कृति के लिए जाने जाते हैं और संस्कृति ही लोगों की पहचान है। त्योहार हमारी विभिन्नता और संस्कृति का प्रतीक है क्योंकि हर त्योहार एक अलग पहचान रखता है।
प्रतियोगी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना
इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य वीरेंद्र सिंह ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि भारत त्योहारों का देश है। भारत देश में प्रत्येक दिन उत्सव मनाये जाते हैं। उन्होंने कहा कि श्रावण का महीना चल रहा है। श्रावण का महीना पूजा पाठ का होता है तथा मेहंदी लगाना त्योहार को ओर भी आकर्षक बना देती है। त्योहार हमारे संस्कृति एवं विरासत को जोड़े रखते है। हमें त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाने चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियां भी भारतीय संस्कृति को जान सके।
उन्होंनें यह भी बताया कि पतंग उड़ाना भी विद्यार्थी जीवन की श्रेष्ठ कला है। अगर पतंग की डोर कच्ची होती है, तो जमीन पर तुरंत गिर जाती है। उसी तरह से विद्यार्थी के जीवन की डोर कठोर परिश्रम एवं बनाए लक्ष्य की उम्मीद के सहारे पर चलती है। अगर इन पर भरोसा टूट जाता है तो उसकी हालत पतंग की तरह हो जाती हैं। इसलिए पतंग जीवन जीने की कला सिखाता है। उन्होंने कहा कि पतंग का आशय है कि अपार संतुलन, नियमबद्ध नियंत्रण, सफल होने का आक्रमण जोश एवं परिस्थितियों के अनुकूल होने का समन्वय है। इस मौके पर स्कूल का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
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