Mahendragarh News : सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शोध की बारीकियों से अवगत हुए प्रतिभागी

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सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शोध की बारीकियों से अवगत हुए प्रतिभागी
सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शोध की बारीकियों से अवगत हुए प्रतिभागी

(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में आयोजित किए जा रहे दो सप्ताह के क्षमता निर्माण कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर एस.के. सिया, हकेवि के वाणिज्य विभाग की प्रोफेसर सुशीला कुमारी सोरिया, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एच. एल. जोशी तथा हकेवि के व्यवसाय और प्रबंधन अध्ययन संकाय के डीन, प्रोफेसर रंजन अनेजा ने विशेषज्ञ व्याख्यान प्रस्तुत किए। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार ने इस कार्यक्रम के सामाजिक विज्ञान में गुणवत्तापूर्ण शोध को बढ़ावा देने और भारत को विश्वगुरु बनाने के उद्देश्य के साथ इसके संरेखण के महत्व पर बल दिया और आयोजन को प्रतिभागियों के शोध की गुणवत्ता और करियर विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।

दो सप्ताह का शोध पद्धति और अकादमिक लेखन पर केंद्रित क्षमता निर्माण कार्यक्रम जारी

विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित और भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) द्वारा प्रायोजित आयोजन में विशेषज्ञ प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार सिया ने गुणात्मक और मात्रात्मक शोध में डेटा संग्रह विधियों, मापन, और स्केलिंग पर व्याख्यान दिया। प्रोफेसर सुशीला कुमारी सोरिया ने शोध डिजाइन के मूलभूत सिद्धांतों पर विशेषज्ञ व्याख्यान दिया। उन्होंने सामाजिक विज्ञान अनुसंधान में इसकी आवश्यकता, सैंपलिंग, सैंपल आकार का अनुमान, और सैंपलिंग त्रुटि पर विस्तार से प्रकाश डाला।

इसी क्रम में प्रोफेसर एच. एल. जोशी ने मात्रात्मक अनुसंधान में सॉफ्टवेयर के उपयोग पर व्याख्यान दिया और इसका व्यावहारिक प्रशिक्षण भी प्रतिभागियों को दिया। प्रोफेसर रंजन अनेजा ने मात्रात्मक अनुसंधान में वर्णनात्मक और अनुमानात्मक सांख्यिकी के विभिन्न पहलुओं से प्रतिभागियों को अवगत कराया। आयोजन के क्षेत्रीय अन्वेषण और जांच में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से प्रतिभागियों को नारनौल के ऐतिहासिक स्मारकों का भ्रमण भी कराया गया।
कार्यक्रम के सह-समन्वयक, डॉ. विष्णु नारायण कुचेरिया ने विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम निदेशक, प्रोफेसर पायल कंवर चंदेल ने उन्नत प्रौद्योगिकी के साथ व्यावहारिक प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने आश्वस्त किया कि यह कार्यक्रम अपने उद्देश्यों को प्रभावी रूप से पूरा करेगा और आवश्यक कौशल प्रदान करेगा।

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