(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़। स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत पीएचसी मालडा बॉस में एक टीबी जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। इस जागरूकता कैंप की अध्यक्षता पीएचसी इंचार्ज डा. पिंकी जांगडा ने की। टीबी जागरूकता कैंप में स्वास्थ्य विभाग से दंत चिकित्सक डा. अमीश गोदारा, टीबी यूनिट कनीना से सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर पवन कुमार, रणबीर सिंह एमपीएचएस, स्वास्थ्यकर्मी कर्मवीर और गीताकुमारी एएनएम ने टीबी के बारे में लोगों को विस्तार से जागरूक किया।
टीबी जानलेवा बीमारी है जो की बहुत ही संक्रामक
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को टीबी के बारे में जागरूक करते हुए सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर पवन कुमार ने कहा की टीबी जानलेवा बीमारी है जो की बहुत ही संक्रामक है। यह शरीर के किसी भी अंग जैसे फेफड़े, हड्डी, त्वचा आदी पर हो सकती है। उन्होंने कहा की दो सप्ताह से अधिक खांसी होना, वजन का लगातार कम होना, भूख न लगना शाम के समय बुखार आना व हड्डी में दर्द होना आदी लक्षण होने पर टीबी की जांच अवश्य करवानी चाहिये। उन्होंने टीबी के ईलाज और रोकथाम व नियंत्रण के तरीकों पर भी विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कहा की पोषण योजना के तहत सरकार मरीज को हर महीने पांच सौ रुपये खान-पान के लिये भी देती है तथा जो भी व्यक्ति, सामाजिक कार्यकर्ता या आशा कार्यकर्ता टीबी के मरीज की सूचना देते हैं उनको भी सरकार पांच सौ रुपये ईनाम के रूप में देती है। उन्होंने समाज के स्मृद्ध लोगों से टीबी के मरीज गोद लेने की भी अपील की ताकी गरीब मरीजों को पोष्टीक खाना मिल सके।
उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि आप अपने पड़ोस में इस प्रकार के लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान करके नजदीक से नजदीक स्वास्थ्य केंद्र में जांच करने के लिए प्रेरित करें ताकि भारत को 2025 तक टीवी मुक्त बनाया जा सके जागरूकता कैंप लगाने पर उपस्थित लोगों ने स्वास्थ्य विभाग का धन्यवाद करते हुए कहा की इस तरह के कैंप से ही भारत टीबी मुक्त हो सकता है। इस अवसर पर नर्सिंग ऑफिसर रेणु कुमारी, रणबीर सिंह एमपीएचएस, कर्मवीर एमपीएचडब्ल्यू, गीता कुमारी एएनएम, महिपाल, सरोज, सरिता आंगनवाड़ी वर्कर, नगीना आंगनवाड़ी हैल्पर आदि उपस्थित रही।