(Mahendragarh News) सतनाली। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में 400 एकड़ जमीन पर जंगल को विकास के नाम पर तहस नहस करने तथा वन्य जीव जंतुओं पर किए जा रहे अत्याचार पर रोक लगाने तथा उनके प्राकृतिक आवासों के संरक्षण को लेकर द फैमिली वेलफेयर ट्रस्ट के सदस्यों ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा हैं। सतनाली उप तहसील कार्यालय के माध्यम से सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि तेलंगाना की राज्य सरकार आईटी पार्क बनाने के लिए जंगल की इस जमीन को खाली करवाना चाहती है तथा इसके लिए जंगल की भूमि को तहस नहस कर दिया गया हैं।

बडे पैमाने पर पेडों की कटाई से स्थानीय वन्यजीवों और परिस्थितिक तंत्र को खतरा

यह जंगल की जमीन है और इसे साफ करने से पर्यावरण को नुकसान होगा। प्राकृतिक वनस्पतियों की कटाई कर आईटी हब जैसे विकास परियोजनाओं के लिए बडे पैमाने पर पेडों की कटाई से स्थानीय वन्यजीवों और परिस्थितिक तंत्र को खतरा है। यह क्षेत्र मोर और हिरण सहित विभिन्न प्रजातियो का घर है जो विकास के नाम पर उनके प्राकृतिक आवास को खत्म किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि अगर इस प्रकार कि घटना को रोका नही गया तो वन्य जीव जंतुओं व पक्षियों का नुकसान होगा तथा सृष्टि विनाश की ओर अग्रसर होगी।

उन्होंने बताया कि हाल ही में भारत के सर्वोच्च न्यायलय ने तेलंगाना में पेडों की कटाई को रोकने के लिए हस्तक्षेप किया जिसमें पर्यावरणीय विनाश और प्रक्रियात्मक अल्लंघन का हवाला दिया गया। ऐसे में इस जघन्य घटना पर भारत सरकार भी संज्ञान लेते हुए इस कार्यवाही को हमेशा के लिए रोक लगाए तथा जो 25 प्रतिशत जंगल काटा जा चुका है उस पर पुनः पेड पौधे लगाए जाए ताकि वन्य जीव और पर्यावरण की रक्षा हो सके।

यह भी पढ़ें : Bhiwani News : बाबा साहेब अंबेडकर जयंती पर हिसार में पीएम मोदी की ऐतिहासिक रैली