(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग व भारत के सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के एनएसआईडी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में क्षमता निर्माण एवं संवेदीकरण कार्यक्रम के साथ दो दिवसीय कार्यशाला का शुक्रवार को समापन हो गया। आयोजन के दूसरे दिन पत्रकारों के लिए विशेष प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।

विश्वविद्यालय के कुलपति ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि देश में पांच लाख ट्रांसजेंडर्स के अधिकारों की लड़ाई लड़ने व उन्हें समाज में मान सम्मान व प्रतिष्ठा दिलाने का कर्तव्य देश के प्रत्येक नागरिक का है। जब देश के नागरिक संवेदनशील बनेंगे तो देश की इस आबादी का भी विकास होगा व वे देश निर्माण में अपनी भूमिका अदा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडर्स जैसे विषयों पर जब मीडिया में संवेदनशीलता आएगी तभी जागरूक होगा। आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. विरेंद्र सिंह चौहान तथा ट्रांसजेंडर्स एक्टिविसिट दीपिका एवं अमृता भी उपस्थित रहीं।

हकेवि में ट्रांसजेंडर्स के प्रति संवेदीकरण पर केंद्रित दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। कार्यशाला के आरंभ में विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया और पत्रकारों को विषय की महत्ता व उनके लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कि देश के संविधान के अनुसार देश में सभी को समान के साथ जीने का अधिकार है। हम सभी का यह दायित्व कि देश में जो लोग भेदभाव के शिकार हुए हैं उनके बारे में हम लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए देश भर में मीडिया कर्मियों को जागरूक करने की आवश्यकता है। विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि भारत स्त्री-पुरुष के साथ-साथ ट्रांसजेंडर के विषय को लेकर बेहद सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ रहा है। यहां पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों का अनुसरण करते हुए अंतोदय अर्थात अंतिम व्यक्ति का कल्याण करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।

पत्रकारों को प्रदान किया गया विशेष प्रशिक्षण

कुलपति ने कहा कि भारत में ट्रांसजेंडर के अधिकारों के संरक्षण हेतु वर्ष 2019 में कानून की व्यवस्था की गई है जो कि सुनिश्चित करता है कि इस वर्ग के अंतर्गत आने वाले लोगों के साथ किसी तरह का भेदभाव ना हो। कुलपति ने इस दिशा में जारी प्रयासों के सफलतम क्रियान्वयन में मिडियाकर्मियों की भूमिका को महत्त्वपूर्ण बताया और कहा कि अवश्य ही इस तरह के कार्यक्रमों से इस दिशा में जारी प्रयासों को बल मिलेगा। कुलपति ने अपने संबोधन में मुख्य अतिथि डॉ. विरेंद्र चौहान तथा ट्रांसजेंडर्स एक्टिविसिट दीपिका एवं अमृता का भी आभार व्यक्त किया।

पत्रकारों के लिए आयोजित विशेष कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ. विरेंद्र चौहान ने भारतीय सनातन परंपरा का उल्लेख करते हुए बताया कि किस तरह से हम इस वर्ग को साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज में ट्रांसजेंडर्स को लेकर कभी भेदभाव नहीं हुआ है। देश में अंग्रेज के आने के बाद यह भेदभाव शुरू हुआ। उन्होंने अपने संबोधन में विशेष रूप से महाभारत के शिखंडी व पांडवों के अज्ञातवास के दौरान अर्जुन के किरदार का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत में ट्रांसजेंडर्स को कभी भी नकारने, दुत्कारने तथा अस्वीकार करने की परंपरा नहीं है। यहां तो सदैव उन सताए हुए लोगों की रक्षा ही की गई है।

डॉ. विरेंद्र ने अपने संबोधन में पत्रकारों की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि इस दिशा में जारी प्रयासों को बल प्रदान करने में पत्रकार एक महत्त्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने इस विषय में सदैव अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन किया है और आगे भी करते रहेंगे।

इस मौके पर ट्रांसजेंडर्स एक्टिविसिट दीपिका ने देश में ट्रांसजेंडर्स के विकास के लिए बनाए गए ट्रांसजेंडर्स पोर्टल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल पर देश भर के ट्रांसजेंडर्स के बारे में सभी जानकारियों उपलब्ध हैं, जिसके बारे में लिखकर पत्रकार समाज को जागरूक कर सकते हैं। ट्रांसजेंडर्स एक्टिविसिट अमृता ने इस मौके पर ट्रांसजेंडर्स प्रोटेक्शन एक्ट 2019 के बारे में विस्तार से इसकी खूबियों पर प्रकाश डाला। इसके साथ तकनीकी सत्रों में डॉ. टी लोंग्कोई, डॉ. प्रदीप सिंह, डॉ. कश्मीरा खानम ने विस्तार से चर्चा की।
आयोजन के अंत में विश्वविद्यालय के कुलपति व शोध अधिष्ठाता प्रो. पवन कुमार शर्मा ने पत्रकारों को सम्मानित किया व पत्रकारिता व जनंसचार विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों व शोधार्थियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए।

आयोजन के अंत में डॉ. सुरेंद्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच का संचालन डॉ. नीरज कर्ण सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. प्रमोद कुमार, डॉ. मोना शर्मा, डॉ. श्रीराम पांडेय, डॉ. जितेंद्र कुमार, डॉ. कामराज सिंधु, डॉ. जसवंत कुमार, डॉ. आलेख एस नायक, डॉ. पंकज व डॉ. भारती बत्रा सहित भारी संख्या में विभिन्न मिडिया संस्थानों के पत्रकार उपस्थित रहे।