Mahendragarh News : हकेवि में ग्रामोदय सहस्त्र विद्या दीप कार्यक्रम की हुई शुरुआत

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Gramodaya Sahastra Vidya Deep program started in Haryana Central University
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो. एन.के. सिंह, विशिष्ट अतिथि श्री नरेश सिरोही, कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार व शिक्षकगण।
  • 25 हफ्तों तक चलेगा कार्यक्रम

(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़।  भारत रत्न श्री नानाजी देशमुख की जयंती पर हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में शुक्रवार को ग्रामोदय सहस्त्र विद्या दीपः कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले 1000 विद्यार्थियों को डीएनए निष्कर्षण और इलेक्ट्रोफोरेसिस का व्यावहारिक प्रशिक्षण सहित जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शिक्षित करना है, जिससे युवाओं को अत्याधुनिक तकनीकी के बारे में जागरूक किया जा सके। आयोजन में नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर प्लांट बायोटेक्नोलॉजी (एनआईबी) के प्रो. एन.के. सिंह मुख्य अतिथि तथा डीडी किसान चेनल के संस्थापक सलाहकार और किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री नरेश सिरोही विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने की।

भारत रत्न श्री नानाजी देशमुख की जयंती पर हुआ विशेष कार्यक्रम

विश्वविद्यालय के जैवप्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व भारत रत्न श्री नानाजी देशमुख की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करने के साथ हुई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो. एन.के. सिंह ने हमारे पूर्वजों से विरासत में मिले पारंपरिक ज्ञान के साथ अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के एकीकरण पर विस्तार से चर्चा की तथा कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विवेकपूर्ण उपयोग पर बल दिया।

आयोजन में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित श्री नरेश सिरोही ने भारत रत्न श्री नानाजी देशमुख की शिक्षाओं से प्रतिभागियों को अवगत कराते हुए बताया कि किस तरह उनके समर्पित कार्य ने ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने चुने हुए व्यवसायों में भी इसी तरह के समर्पण को अपनाने का आग्रह किया और स्थायित्व के लिए पारंपरिक भारतीय ज्ञान प्रणालियों के महत्व पर प्रकाश डाला।

विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने शिक्षा और उन्नत प्रौद्योगिकी को सभी के लिए सुलभ बनाने में आउटरीच कार्यक्रमों के महत्व पर बल दिया और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए गतिशील और समावेशी शिक्षण विधियों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

इससे पूर्व स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम में संयोजक डॉ. रूपेश देशमुख ने बताया कि 25 हफ्तों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में हर सप्ताह 40 विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए स्कूली विद्यार्थी सप्ताहांत में विश्वविद्यालय में आकर विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में प्रयोग कर सकते हैं अथवा रसायनों को उनके परिसर में ले जाकर व्यक्तिगत प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर सकते हैं।

आयोजन में पोषण विज्ञान विभाग के डॉ. उमेश कुमार ने कुलपति का परिचय दिया। कार्यक्रम के आयोजन सचिव प्रो. पवन कुमार मौर्य ने मुख्य अतिथि का तथा कार्यक्रम के संयुक्त सचिव प्रो. कांती प्रकाश शर्मा ने विशिष्ट अतिथि का परिचय दिया। कार्यक्रम का संयोजन बी.वॉक. विभाग के सहायक आचार्य डॉ. सुनील कुमार ने किया। कार्यक्रम के अंत में प्रो. अंतरेश कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

इस कार्यक्रम में संयुक्त आयोजक सचिव, डॉ. हुमैरा सोन्हा, डॉ. इंदरजीत कौर, डॉ. राम गोपाल निठरवाल, डॉ. मनीषा सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक, विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहे। आयोजन में आरपीएस कॉलेज और हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी की।

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