(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़। स्थानीय दिल्ली पब्लिक स्कूल में गणेश चतुर्थी का पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। विद्यालय की प्रातःकालीन सभा में छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा नृत्य-गीत के माध्यम से लंबोदर को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए गए। कार्यक्रम में बच्चे शिव, पार्वती, गणेश एवं नंदी की भव्य झांकी प्रस्तुत की। विद्यालय के सीनियर को-ऑर्डिनेटर ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान गणेश के कान बड़े हैं। बड़े कान होना श्रवण क्षमता के विकसित होने का परिचायक होता है। हमें अपने गुरुजनों की बातों को ध्यानपूर्वक सुननी चाहिए। जिस व्यक्ति में जितनी श्रवण क्षमता विकसित होगी वह व्यक्ति उतना ही अधिक ज्ञानी होगा। उन्होंने कहा कि श्रीगणेश की आंखें छोटी हैं जो दूरदर्शिता का परिचायक है। यह हमें बताता है कि हमें अपने सुदूर लक्ष्य को प्राप्त करने का सतत् प्रयास करते रहना चाहिए। इस अवसर पर कक्षा तीसरी के छात्र आजाद ने अपने हाथों से मिट्टी की मूर्ति बनाई जो देखने में काफी सुंदर थी। श्रीगणेश की पूजा के उपरांत बच्चों में प्रसाद वितरित किया गया।