Mahendragarh News : 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया नई सीवरेज व पाईपलाईन कार्य

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Even after 6 years, the new sewerage and pipeline work could not be completed
सतनाली में सीवरेज लाइन बिछाने के दौरान बनाई गई डिग्गी।
  • कार्य की शुरुआत से ही विभाग व ठेकेदार की कार्यप्रणाली पर उठते रहे है सवाल
  • अनियमितताओं का निरीक्षण तक कर चुके है तत्कालीन उपायुक्त व एसडीएम

(Mahendragarh News) सतनाली। ग्रामीण स्तर पर जल निकासी व्यवस्था कायम करवाने के उद्देश्य की योजना के तहत सतनाली कस्बे में वर्ष 2018 में शुरू कराया गया सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी अधूरा है। ऐसे में जनस्वास्थ्य विभाग व संबंधित ठेकेदार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे है वहीं कार्य पूरा करवाने के लिए विभाग भी गंभीर नजर नहीं आ रहा। सीवरेज कार्य पूरा न होने तथा सीवरेज लाईन 6 वर्ष बाद भी चालू न किए जाने से इस योजना में भ्रष्टाचार की बू आ रही है।

यह भी काबिले गौर है कि करीब सवा दो वर्ष तक किए गए सीवरेज लाइन बिछाने के कार्य के बाद सतनाली में अब तक जनस्वास्थ्य विभाग इस योजना पर 6 वर्ष बाद भी कार्य पूरा नहीं कर पाया है। ध्यान रहे कि दिसंबर 2018 में जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्राम पंचायत सतनाली में सीवरेज व्यवस्था का कार्य शुरू करने के लिए करीब सात करोड़ की लागत से टेंडर जारी किया गया था। सीवरेज व्यवस्था के लिए पंचायत द्वारा रावला जोहड़ के पास लगभग 8 एकड़ जगह चिन्हित की गई थी। संबंधित ठेकेदार द्वारा कुछ दिनों बाद ही काम शुरू कर दिया गया था तथा सीवरेज कार्य शुरू होने के बाद से लोग ठेकेदार व विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाते रहे है।

ग्रामीणों का आरोप था कि संबंधित ठेकेदार द्वारा कार्य के दौरान भारी अनियमितताएं बरती गई तथा कस्बे की गलियों को तोडक़र सीवरेज लाईन बिछा दी तथा टैंडर की शर्तो के अनुसार इसके साथ ही बिछाई जाने वाली पेयजल पाईपलाईन को नहीं बिछाया गया। ग्रामीणों की लगातार शिकायतों के बाद इस मामलें को लेकर तत्कालीन एसडीएम विश्राम कुमार मीणा व तत्कालीन जिला उपायुक्त आर के सिंह ने मौके का निरीक्षण कर जांच का आश्वासन दिया था। मामले में जांच तो दूर बल्कि न तो सीवरेज कार्य की अनियमितताएं दूर की गई न ही कार्य पूरा किया गया।

40 प्रतिशत कार्य अभी भी अधूरा:-

सूत्रों की मानें तो कस्बे में अभी तक केवल 60 प्रतिशत कार्य ही पूरा किया गया है तथा बाकी कार्य पूरा करने के लिए विभाग गंभीर नहीं है। कस्बे में अनेक गलियां ऐसी है जहां सीवरेज व पाईपलाईन लाईन बिछाई ही नहीं गई। टैंडर की शर्तो के अनुसार गलियों में तोड़ी गई सडक़ों की मरम्मत तक नहीं की गई।

ठेकेदार ने बिना नक्शे के ही सीवरलाईन बिछा दी, जहां नक्शे के अनुसार बिछनी थी वहां सीवरलाईन बिछाई ही नहीं जबकि लोगों के खेतों में बनाई गई कालोनियों में सीवरेज लाईन बिछाई गई है। ऐसे में विभाग की कार्यप्रणाली व अधिकारियों के रवैये पर सवाल उठ रहे है। क्षेत्रवासियों ने मामले को लेकर मुख्यमंत्री सहित जिला उपायुक्त को शिकायत भेजकर मामले की उच्चस्तरीय जांच करने व सीवरेज कार्य के टेंडर व नक्शे के अनुसार सीवरेज व पाइप लाइन कार्य पूरा करवाने की मांग की है।

क्या कहते है एक्सईएन:-

इस बारे में जब जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन प्रदीप यादव से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सीवरेज लाइन की लेवलिंग चेक, लीकेज आदि चेक करने के लिए सीवरेज लाइन की टेस्टिंग की गई है। जल्द ही अगले तीन महीने के दौरान कार्य पूरा कराकर सीवरेज लाइन शुरू की जाएगी। जहां तक सीवरेज कार्य में अनियमितताओं का सवाल है तो इसकी जांच की जाएगी व संबंधित ठेकेदार से सभी अनियमितताएं दूर करवाई जाएंगी।

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