- जिला का तिगरा गांव था भूकंप का केन्द्र
- 3.0 मैग्नीट्यूड मापी गई भूकंप की तीव्रता
- लोगों में बन गया दहशत का माहौल
Mahendragarh News | नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ | हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में शुक्रवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र नारनौल के तिगरा गांव में था और इसकी तीव्रता 3.0 मैग्नीट्यूड मापी गई। हालांकि, अभी तक किसी प्रकार की जान-माल की हानि की सूचना नहीं मिली है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस भूकंप का कारण प्लेट टेक्टोनिक्स प्रक्रिया हो सकती है।
जिला में शुक्रवार सुबह महसूस हुए भूकंप के झटके
शुक्रवार, 23 अगस्त 2024 की सुबह हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में भूकंप के झटकों से लोग सहम गए। सुबह 9:16 मिनट 38 सेकेंड पर आए इस भूकंप का केंद्र नारनौल के तिगरा गांव में स्थित था। भूकंप की तीव्रता 3.0 मैग्नीट्यूड मापी गई। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस भूकंप से अभी तक किसी प्रकार की जान-माल की हानि की कोई सूचना नहीं मिली है।
भूकंप से बना डर का माहौल
भूकंप के झटके महसूस होते ही पूरे महेंद्रगढ़ जिले में डर का माहौल फैल गया। लोग घबराकर अपने मकानों, दुकानों और ऑफिस से बाहर निकल आए। हालांकि, इस भूकंप ने ज्यादा नुकसान नहीं किया, लेकिन इससे लोगों में दहशत का माहौल बन गया।
भूकंप का केंद्र और वैज्ञानिक विश्लेषण
राजकीय महाविद्यालय नारनौल के मौसम विशेषज्ञ और भूगोल विद डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि इस भूकंप का केंद्र नारनौल के पास तिगरा गांव में 28.12 अक्षांश और 76.21 देशांतर पर स्थित था। उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़-देहरादून फॉल्ट लाइन इस भूकंप का संभावित कारण हो सकता है। महेंद्रगढ़ जिले के इस क्षेत्र में भूगर्भीय प्लेटों की हलचल के कारण इस तरह के भूकंप की संभावना बनी रहती है।
महेंद्रगढ़-देहरादून फॉल्ट लाइन का प्रभाव
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में महेंद्रगढ़-देहरादून फॉल्ट लाइन पर भूकंप की संभावना बनी रहती है। यह फॉल्ट लाइन महेंद्रगढ़ जिले से होते हुए रेवाड़ी, झज्जर, रोहतक, और पानीपत तक फैली हुई है और फिर उत्तराखंड के देहरादून तक पहुंचती है। इस फॉल्ट लाइन के चलते जमीन की अंदरूनी प्लेटों में टकराव और हलचल होती है, जो भूकंप का कारण बनती है।
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप की आशंका-
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पांच प्रमुख फॉल्ट लाइनें हैं, जिनमें महेंद्रगढ़-देहरादून, दिल्ली-मुरादाबाद, दिल्ली-सरगौधा रिज और दिल्ली-हरिद्वार रिज शामिल हैं। इन फॉल्ट लाइनों में ही भूगर्भीय प्लेटों का टकराव और हलचल होती रहती है, जिससे इस क्षेत्र में भूकंप आने की संभावना बनी रहती है।
महेंद्रगढ़ क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं की संभावना
डॉ. चंद्र मोहन के अनुसार, महेंद्रगढ़ जिले का क्षेत्र भूगर्भीय दृष्टि से संवेदनशील है। यहां भूकंप के अलावा अन्य प्राकृतिक आपदाओं की आशंका भी बनी रहती है। ऐसे में इस क्षेत्र में सतर्कता बरतने की जरूरत है।
यह भी पढ़ें : National News : आईएनएस प्रतिनिधि मंडल सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिला