Mahendragarh News : कथा के सातवें दिन हुआ श्रीकृष्ण-सुदामा की मित्रता का वर्णन

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Description of the friendship between Shri Krishna and Sudama happened on the seventh day of the story.
कथा में श्री कृष्ण-सुदामा की मनमोहक झांकी प्रस्तुत करते।

(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़। श्री गीता विज्ञान प्रचार समिति महेंद्रगढ़ की ओर से स्थानीय करेलिया बाजार स्थित बाबा जयरामदास धर्मशाला में चल रहे श्रीमद् भागवत सप्ताह अमृत महोत्सव के दौरान तपोभूमि हरिद्वार से पधारे महामंडलेश्वर श्रीश्री1008 स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती जी महाराज के द्वारा गत दिवस शुक्रवार को कथा के सातवें दिन श्री कृष्ण-सुदामा की मित्रता का वर्णन किया गया तथा इस दौरान मास्टर अमरसिंह सोनी के निर्देशन में श्रीकृष्ण- सुदामा और रुकमणी की मनमोहक झांकियां भी बनाई गई जो आकर्षण का केंद्र रही और सभी भक्तों ने उन्हें खूब सराहा।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगरपालिका प्रधान रमेश सैनी थे जबकि अध्यक्षता श्री गीता विज्ञान प्रचार समिति महेंद्रगढ़ के प्रधान मुकेश मेहता के द्वारा की गई।विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी रामकुमार झूकिया और महेश जोशी भी वहां पहुंचे ।

भागवत पुराण का पूजन मास्टर कृष्णदत्त एवं संतलाल दाधीच ने सपरिवार पहुंच कर यजमान के रूप में करवाया और प्रसाद की व्यवस्था रतनलाल राठी की ओर से करवाई गई तथा मंच संचालन का कार्य प्रवक्ता सुशील शर्मा ने बखूबी से किया।श्रीकृष्ण-सुदामा की मित्रता का वर्णन करते हुए गुरु जी ने बताया कि श्रीकृष्ण-सुदामा की मित्रता हमें जीवन में आई कठिनाइयों का सामना करने की शिक्षा देती है ।

सुदामा ने भगवान के पास होते हुए भी अपने लिए कुछ नहीं मांगा अर्थात निस्वार्थ समर्पण ही सच्ची मित्रता है। उन्होंने बताया कि श्री कृष्ण-सुदामा की मित्रता बहुत ही पवित्र थी। सच्ची मित्रता कभी भी ऊंच-नीच या अमीरी, गरीबी को नहीं देखती है इसलिए आज हजारों साल बाद भी श्री कृष्णा और सुदामा की दोस्ती को सच्चे प्यार के प्रतीक के तौर पर पूरी दुनिया में याद किया जाता है।इस अवसर पर श्री गीता विज्ञान प्रचार समिति के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों के अतिरिक्त काफी संख्या में गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।