- अगस्त में 6 स्कूल बसों के चालान किए, 107 चैकिंग
- आवारा पशुओं पर काऊ बैल्ट तथा रिफ्लेक्टर टैप लगाने के निर्देश
नारनौल। स्कूल बसों में सुरक्षा को लेकर अधिकारी सतर्क रहें। बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। इसके अलावा सड़कों पर यातायात नियमों की पालना सुनिश्चित करने के लिए लगातार चैकिंग अभियान जारी रहे। ये निर्देश उपायुक्त मोनिका गुप्ता (आईएएस) ने आज लघु सचिवालय में रोड़ सेफ्टी एवं स्कूल सुरक्षित वाहन पॉलिसी को लेकर आयोजित बैठक में दिए।
बच्चों को निर्धारित गंतव्य पर पहुंचने के बाद इंपाउंड किया जाए
डीसी ने कहा कि अधिकारी समय-समय पर स्कूल बसों का औचक निरीक्षण करें। अगर कहीं भी स्कूल बसों में कमी है तो उसे बच्चों को निर्धारित गंतव्य पर पहुंचने के बाद इंपाउंड किया जाए। उन्होंने बताया कि अगस्त माह में पुलिस ने 38 बसों की चैकिंग की जिनमें 6 बसों में छोटी-छोटी कमियों के चलते चालान किया गया।
क्षेत्रीय परिवहन विभाग के अधिकारियों ने 69 बसों की चैकिंग की। पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा की तरफ से आवारा पशुओं पर काऊ बैल्ट तथा रिफ्लेक्टर टैप की मांग पर डीसी ने आरटीए को निर्देश दिए कि वे रोड़ सेफ्टी फंड से ये सामान उपलब्ध कराएं। इसी महीने पुलिस तथा नगर परिषद को काऊ बैल्ट तथा रेड टैप दी जाए।
एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग से संबंधित 6 एक्सीडेंट संभावित बिंदु थे जिन्हें दूर कर दिया गया है। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नए दुर्घटना संभावित बिंदुओं की भी पहचान करें। इस बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा, आरटीए मनोज कुमार, नगराधीश मंजीत सिंह तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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