नीरज कौशिक, Mahendragarh News:
गर्भ में कन्या भ्रूण हत्या रोकने की मुहिम अब लोगों के सहयोग से रंग लाने लगी है। नारी के अस्तित्व को बचाने और लिंगानुपात का भेदभाव खत्म करने में गांव के पुरुष भी सार्थक कदम उठाने लगे हैं।
देश का गांव जब जागरूक होता है तो सामाजिक बुराइयों का सर्वनाश हो जाता है। उपमंडल के गांव देवदास में कन्या के जन्म पर कुआं पूजन करने वाले परिवार को सम्मानित करते हुए ये बात कन्या जन्म पर कुआं पूजन की प्रथा प्रारंभ करने वाली राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित नगर पार्षद मजूं कौशिक ने कही। गांव देवास की ज्योति पत्नी मनीष कुमार ने 27 मई को एक कन्या को जन्म दिया। घर में कन्या की किलकारी सुनते ही उसके दादा कृष्ण व दादी कमला देवी ने एलान कर दिया कि नवजात कन्या का जन्म लड़के के जन्म से भी बढ़कर मनाया जाएगा।
बेटे के जन्म से बढ़कर मनता है बेटी का जन्म
इस निर्णय की पालना में परिवार के सभी सदस्यों ने खुशियां मनाकर नवजात कन्या का जन्म लड़के के जन्म से भी बढ़कर मनाते हुए बुधवार देर शाम नवजात कन्या की मां का मांगलिक रिति-रिवाजों से कुआं पूजन करवाकर समाज को संदेश दिया कि लिंगानुपात के अंतर को समाप्त करने के लिए गर्भ में कन्या भ्रूण की हत्या बंद की जानी चाहिए। इतना ही नहीं ननिहाल पक्ष से नाना ओमप्रकाश व नानी सुनीता देवी ने लड़के के जन्म की तरह छूछक देकर समाज को लड़की का सम्मान करने का संदेश दिया।
ये लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर पूर्व सरपंच राजेश, देसराज, पंच बिल्लु यादव, जितेंद्र नंबरदार, रमेश, नर्मदा, इंद्रावती, मंजू, पूजा, ज्योति, गीता, मनोज, सरोज, कविता, मनीषा आदि ने भी कन्या को आशीर्वाद दिया।
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