(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़। गांव मालड़ा में बाबा खेमचंद दास जोहड़िया का वार्षिक मेला वीरवार को धूमधाम से लगा। भाद्रपद शुक्ल नवमी के दिन लगने वाले मेले की शुरुआत सुबह मंदिर परिसर में हवन-यज्ञ के साथ हुई। मालड़ा व आसपास क्षेत्र के श्रद्धालुओं ने बाबा की समाधी पर प्रसाद चढ़ाया और मन्नतें मांगी। यह सिलसिला दोपहर बाद तक चलता रहा। मेले से पूर्व रात्रि को विकास पासोरिया और उसकी टीम ने बाबा की महिमा का गुणगान किया। जागरण की शुरुआत दीपक पासोरिया ने ‘शिव गौरी नंद गणेश प्रथम प्रणाम करूं’ तथा “हो बाबा खेमचंद दास की शरण में आके मिलगे सारे धाम, हो बाबा जी म्हारी हाथ जोड़ प्रणाम ” नामक भजन से की। विकास पासोरिया ने अपनी शुरुआत “मोर मुकुट मुरली वाला कहे यशोदा से, काला काला कहे सारे मुझे” व “बाबा जोहड़िया तेरी आरती करूं, आत्मा में बसने वाले ढ़ूंढता फिरू” प्रस्तुति से की। जागरण में बाल कलाकार अनिकेत उर्फ काली मिर्च ने भी शानदार भजन से अपनी हाजरी लगाई। दीपक व विकास के द्वारा नरसी के भात के किस्से से दो गाना गाकर श्रोताओं में शमां बांधा। यह सिलसिला सुबह तीन बजे तक चलता रहा। जागरण के मुख्य अतिथि महेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक राव दान सिंह थे।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बाबा जोहड़िया के दर पर कोई भी श्रद्धालु सच्चे मन से मन्नत मांगता है। बाबा उसकी मनोकामना पूरी करते है। उन्होंने कहा कि बाबा आप सभी को सुख, शांति और समृद्धि दे। ऐसी मैं बाबा से कामना करता हूं। मंदिर कमेटी व दोनों गांवों के वर्तमान और पूर्व सरपंचों तथा अन्य गणमान्य लोगों ने मुख्य अतिथि को पटका पहनाकर और बाबा की तस्वीर भेंट कर सम्मान किया। सुजान मालड़ा ने बताया कि सुबह 8 बजे मंदिर परिसर में हवन-यज्ञ शुरू किया गया। तथा 11 बजे से भंडारा शुरू किया गया। 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की 800 मीटर दौड़ में प्रथम युवी मालड़ा, दूसरा विजय सोनीपत और तीसरे स्थान पर सुनील जांट रहे। बुजुर्गो की दौड़ में प्रथम रामकिशन बाढ़ड़ा, द्वितीय सुभाष पाथेड़ा और तृतीय विजय धनौंदा रहे।
लड़कियों की दौड़ में प्रथम हर्षिता, द्वितीय विभाषा और तृतीय पूनम रही। 14 वर्ष से अधिक आयु की लड़कियों की दौड़ में सोमवती प्रथम, राखी द्वितीय, रचना तृतीय, स्वाति चतुर्थ और तन्नू पांचवें नंबर पर रही। ये सभी खिलाड़ी मालड़ा गांव की है। प्रथम को 1100 द्वितीय को 700 और तृतीय को 500 रुपए चौथे और पांचवें नंबर पर रहने वाली खिलाड़ियों को 200-200 रुपए का नकद पुरस्कार दिया गया। कमेटी के सदस्यों ने बताया कि मेले में लगभग 30-35 स्वयं सेवकों ने दिन रात कड़ी मेहनत करके मेले के सफल आयोजन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा अनेक भक्तों ने यथा संभव आर्थिक, शारीरिक व निर्माणाधीन कार्य में योगदान दिया। मंदिर कमेटी ने सभी को सम्मानित किया। खबर लिखे जाने तक 52 किलोग्राम भारवर्ग की कबड्डी और कुश्ती दंगल चल रहा था। इस अवसर पर मेला कमेटी, मंदिर कमेटी, खिलाड़ी, खेल प्रेमी व सैकड़ों की संख्या में महिलाएं, पुरुष और बच्चे उपस्थित थे।