• बाबा भैरव मेला में महिलाओं व बच्चों ने की जमकर खरीदारी

(Mahendragarh News) सतनाली। कस्बे के बाबा भैरव मंदिर परिसर में चैत्र शुक्ल एकादशी पर मंगलवार को विशाल मेले का आयोजन किया गया। इस मौके पर सतनाली व आसपास के क्षेत्र के गांवों सहित सीमावर्ती राजस्थान के हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा भैरव मंदिर में मत्था टेका एवं सुख, समृद्धि व शांति की कामना के साथ पूजा अर्चना की तथा तेल आदि से बने पकवान व शराब प्रसाद के रूप में चढ़ाए।

मंदिर परिसर में ग्राम पंचायत व बाबा भैरव दल सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित मेले में महिलाओं व बच्चों ने जमकर खरीदारी की। मेले में लगे झूले बच्चों व महिलाओं के आकर्षण का केंद्र रहे। बाबा भैरव मेला के दौरान कस्बे की विभिन्न संस्थाओं व लोगों द्वारा पीने के पानी की उचित व्यवस्था की गई थी तथा समाजसेवी लोगों द्वारा मेले में भंडारे का आयोजन भी किया गया। भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा भैरव का प्रसाद ग्रहण किया। मेले के दौरान पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद नजर आया।

मंदिर के प्रति यहां के लोगों में अटूट आस्था

गौरतलब हो कि बाबा भैरव मंदिर सतनाली क्षेत्र सहित सीमावर्ती राज्य राजस्थान के लोगों की धार्मिक आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ मनोकामना पूर्ण करने के लिए विख्यात माना जाता है। सतनाली के पूर्व दिशा में स्थित बाबा भैरव मंदिर के प्रति यहां के लोगों में अटूट आस्था है तथा कस्बे के लोग बाबा भैरव को अपना आराध्य देव मानते हैं। यह मेला क्षेत्र के प्रसिद्ध मेलों में से एक है। भैरव मंदिर में श्रद्धालु तेल व अन्न चढ़ाकर बाबा भैरों से समृद्धि व सुख की कामना करते हैं। घरों में तेल से बने पकवान गुलगुले आदि बनाए जाते हैं।

यह अछूता पकवान बाबा भैरों के मंदिर में प्रसाद के रूप में चढ़ाकर लोग पूजा करते हैं। गांव के हर घर में बाबा भैरों की मान्यता है। ऐसा माना जाता है कि बाबा भैरव सुरक्षा व समृद्धि प्रदान करते हैं। वहीं मेले के दौरान लगाए गए झूले आकर्षण का केंद्र रहे तथा देर सांय तक कुश्ती दंगल का आयोजन भी किया गया। समाचार लिखे जाने तक कुश्ती दंगल जारी रहा तथा दंगल में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए पहलवानों ने दमखम दिखाया।

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