महेंद्रगढ़। भारतीय वायुसेना के 92वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में वायु सेना पखवाड़े के तहत सेवानिवृत्ति वायु सैनिक एसोसिएशन महेंद्रगढ़ (रजि.) के तत्वावधान में “एक शाम.. वायुसेना के नाम” कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें जिले के सेवानिवृत्ति वायु सैनिकों ने बड़ी संख्या में शिरकत कर वायु सेना के दिनों की यादें ताजा की।
कार्यक्रम की शुरुआत वायु सेना गान “देश पुकारे जब सबको… सुख-दुख बांटें एक समान” से हुई।
एसोसिएशन अध्यक्ष एक्स वारंट ऑफिसर उमराव सिंह चंदेला ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन के माध्यम से सभी सेवारत एवं सेवानिवृत वायु सैनिकों को तथा उनके परिवारजनों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। एसोसिएशन जनरल सेक्रेटरी अमरजीत सिंह बडेसरा ने कार्यक्रम का संचालन किया।
महेंद्रगढ़ कॉलेज के प्रिंसिपल सेवानिवृत्त वायु सैनिक डॉ. लक्ष्मी नारायण यादव ने अपने संबोधन ने कहा कि वायु सेना अपनी आधुनिक मारक क्षमता तथा कुशल मानव शक्ति की बदौलत विश्व की अग्रणी वायुसेना के रूप में पहचान रखती है तथा राष्ट्र की रक्षा करने के लिए दुश्मन के दांत खट्टे करने में सक्षम है। भारत निर्मित लड़ाकू हवाई जहाज तेजस तथा फ्रांस निर्मित रफाल के वायु सेना के जंगी बेडे में शामिल होने से राष्ट्र की रक्षा पंक्ति मजबूत हुई है।
आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के डीन सेवानिवृत्त वायु सैनिक डॉक्टर राजेंद्र यादव ने बताया कि भारतीय वायुसेना की एडवांस मिसाइल टेक्नोलॉजी दुश्मन के ठिकानों को ध्वस्त करने में कारगर है।
फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी अहमदाबाद के रजिस्ट्रार सेवानिवृत्त वायु सैनिक सुंदर लाल शर्मा ने वायु सेना के 1932 में रॉयल एयरफोर्स की स्थापना से लेकर वर्तमान दौर तक विभिन्न चुनौतियां एवं युद्धों में भारतीय वायुसेना की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक को कुशलता पूर्वक अंजाम देने के लिए वायु सेना के फाइटर पायलटों की जमकर सराहना की तथा बाढ़ जैसी अनेक प्राकृतिक आपदाओं में भी नागरिकों की सहायता के लिए वायु सेना की भूमिका को सराहा।
एसोसिएशन उपाध्यक्ष वीर विक्रम भालोठिया ने बताया कि वायु सैनिक सेवानिवृत्ति उपरांत केंद्र एवं राज्य सरकारों में विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए अत्यंत सराहनीय एवं अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं जिसका श्रेय भारतीय वायु सेना को जाता है क्योंकि वायु सेना काल के दौरान प्राप्त किए गए कठोर अनुशासन, सेवा भावना, टीमवर्क, ईमानदारी एवं कर्तव्य परायणता जैसे गुणों का जीवन में समावेश हो सका।
एसोसिएशन जनरल सेक्रेटरी अमरजीत सिंह बडेसरा ने बताया कि एसोसिएशन का गठन समाज सेवा के लिए किया गया है। पिछले अनेक वर्षों से एसोसिएशन के माध्यम से युवाओं को प्रेरित करने के लिए प्रतिभा सम्मान, साधारण परिवारों से तालुक रखने वाले होनहार विद्यार्थियों को सहायता, सेनाओं में कमीशन्ड ऑफिसर बनने के लिए युवाओं को प्रेरित करना, चरित्र निर्माण, पर्यावरण संरक्षण, योग के माध्यम से फिजिकल फिटनेस, महिला सशक्तिकरण, स्वच्छता अभियान के साथ-साथ सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन के लिए भी समर्पित भाव से प्रयास किए जा रहे हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा सर्वश्रेष्ठ शिक्षक के रूप में गत 5 सितंबर को राज्य स्तर पर सम्मानित किए गए सेवानिवृत्त वायु सैनिक एवं शिक्षक अमरजीत सिंह बडेसरा को भी इस अवसर पर एसोसिएशन की ओर से सम्मानित करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी गई। इस अवसर पर श्याम सुंदर सैनी, महेश शर्मा, अजय यादव, नवीन तिवारी, ब्रह्मदत्त, सत्यवीर, सुरेंद्र कुमार, फ्लाइंग ऑफिसर ओपी यादव, प्रवीण, जिले सिंह, योगेश, रमेश, अमर सिंह, सुधीर, अशोक, गजराज यादव, संत सिंह, हरिओम यादव, जैनेंद्र, जितेंद्र कुमार आदि बड़ी संख्या में पूर्व वायु सैनिक उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें: Kurukshetra News : लाडवा के सम्पूर्ण विकास हेतु एकजुट होकर करेंगे कार्य: नवीन जिंदल
फोटो- कार्यक्रम में उपस्थित सेवानिवृत्ति वायु सैनिक एसोसिएशन के सदस्य।