(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में ‘प्रारंभिक हस्तक्षेप का महत्व‘ विषय पर चर्चा का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित इस चर्चा में अरुपदी वीडू मेडिकल कैंपस, पुडुचेरी में सहायक आचार्य डॉ. तेजा प्रभाकर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. पायल चंदेल ने अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार के मार्गदर्शन में आयोजित की जा रही चर्चा से विद्यार्थी अवश्य ही लाभांवित होंगे। आयोजन में मुख्य अतिथि डॉ. तेजा प्रभाकर ने नैदानिक व्यवस्था में प्रारंभिक हस्तक्षेप के महत्त्व, प्रारंभिक निदान, मूल्यांकन और हस्तक्षेप में विभिन्न पुनर्वास पेशेवरों की भूमिका पर चर्चा की।
मनोविज्ञान विभाग के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक वार्ता में प्रतिभागिता की। मुख्य अतिथि ने प्रतिभागी विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान भी किया। भारतीय संदर्भ में प्रारंभिक हस्तक्षेप के व्यावहारिक उपयोग चर्चा का मुख्य आकर्षण रहा। आयोजन में अंत में मनोविज्ञान विभाग की डॉ. मोहित कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। आयोजन में विभाग के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें : Yamunanagar News :स्कूल में चल रही खंड स्तरीय खेल प्रतियोगिता का हुआ समापन