नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
महेंद्रगढ़ के गांव सुरजनवास में समस्त ग्राम वासी एवं आर्य जन मिलकर महीने के आखिरी रविवार को प्रात: 8 बजे यज्ञ करते हैं। उसी श्रृंखला को आगे बढाते हुए यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञब्रह्म के रूप में महावीर व गांव के ही शकुंतला देवी एवं रामचंद्र मुख्य यजमान उपस्थित रहे। यज्ञ पुरोहित पण्डित कंवर सिंह आर्य अनावास ने बताया कि हमारी वैदिक संस्कृति मे विधान है, कि हम सब गृहस्थियों को प्रति दिन पंच महायज्ञ करने अनिवार्य हैं। मनु महाराज कहते हैं कि जो ग्रहस्थी होकर पंच महायज्ञ नहीं करता वह शूद्र के समान है। यज्ञ में समिल्लित सभी महानुभावों ने बड़ी श्रद्धा से आहुतियां डाली। सर्वप्रथम शकुंतला देवी, रामचंद्र, विजयपाल आर्य प्रिसिंपल, महावीर आदि ने अपनी इच्छा से यज्ञोपवीत धारण किया। आर्य समाज के प्रधान सत्यवीर एवं संरक्षक भाल सिंह ने यज्ञ अध्यक्षता की और यज्ञ की व्यवस्था मे काफी सहयोग किया। डाक्टर अमित कुमार, देवेंद्र कुमार, शुभराम, ओमप्रकाश, रतन लाल, बाबुलाल, मनोज कुमार, माया देवी, गिन्दोडीदेवी व सन्तरा देवी ने भी इस वैदिक यज्ञ मे अपनी उपस्थिति दर्ज कराई ।सभी ने आर्य समाज की उन्नति व उत्थान के लिए वैदिक सिद्धांतों को घर-घर पहुंचाने व पालन करने का संकल्प लिया। यज्ञमानों के आशीर्वाद उपरांत शान्ति पाठ एवं जयघोष के साथ यज्ञ का समापन किया। अगला यज्ञ 29 अगस्त रविवार को होगा।